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देश को असम और अरुणाचल को जोड़ने वाले सबसे बड़े पुल 'ढोला सदीया सेतु' का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है. ये पुल चीन की सीमा के नजदीक भारत में किसी नदी पर बना सबसे लंबे पुल है. यह 60 टन वजनी युद्धक टैंक का वजन भी उठा सकता है. ब्रह्मपुत्र नदी पर बने 9.15 किलोमीटर लंबे पुल के बारे में जानिए 11 खास बातें...
1. भारत का सबसे लंबा पुल है. इसकी लंबाई 9.15 किमी है.
2. इससे उद्घाटन के बाद अब असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच की 4 घंटे की यात्रा कम हो जाएगी.
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3. ये ब्रह्मपुत्र की उप नदी लोहित नदी को पार करता है.
4. 2010 में यूपीए की सरकार में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था. जबकि इसका ग्राउंड वर्क 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में आरंभ कर दिया गया था.
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5. इसे बनाने में 2,096 करोड़ रुपए की लागत आई है.
6. ये पुल काफी मजबूत है. इसमें युद्धक टैंक वजन सहने की क्षमता है.
7. 3.55 किमी लंबा है मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तुलना में.
8. भारत-चीन सीमा पर भारत की सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम पुल है.
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9. ये पुल ब्रह्मपुत्र नदी पर चौथा पुल है. इससे पहले सरईघाट, कोलिया भोमोरा और बोगीबील का नाम है.
10. इस पुल को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के अंतर्गत बनाया गया है. ये पार्टनरशिप मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज अज्ञैर विशाखापत्तनम आधारित प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी नवयुगा इंजीनियरिंग कंपनी के बीच थी.
11. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस पुल से लोहित के उत्तरी तट पर बसे सदिया के निवासियों को खूब फायदा होगा. ये क्षेत्र अभी तक मेन स्ट्रीम से कटा हुआ क्षेत्र माना जाता था.