
अंपायर के फैसले की समीक्षा प्रणाली (यूडीआरएस) और अपनी टीम के क्षेत्ररक्षण से नाराज भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप बी मैच में रोमांचक टाई मैच में उनका अनुभव मिश्रित रहा.
रविवार रात इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल को करीबी मामले में नाटआउट देने के फैसले के संदर्भ में धोनी ने कहा, ‘मानवीय सोच के साथ प्रौद्योगिकी का मिश्रण खराब है. यही कारण है कि हमें वह विकेट नहीं मिला. उम्मीद करता हूं कि अगली बार ये या तो प्रौद्योगिकी होगी या फिर मानवीय सोच.’ यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में बेल को मैदानी अंपायर बिली बाउडेन और तीसरे अंपायर ने नाट आउट करार दिया जबकि टीवी रीप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद स्टंप से टकरा रही थी.
छब्बीसवें ओवर की युवराज सिंह की अंतिम गेंद जब बेल के पैड पर लगी तो उस समय वह 17 रन बनाकर खेल रहे थे. बाद में उन्होंने 69 रन बनाये. उन्होंने कहा, ‘अगर हाकआई कह रहा है कि गेंद स्टंप से टकरा रही है तो फिर इसका कोई कारण नहीं है (कि अपील को ठुकरा दिया जाये).’ सचिन तेंदुलकर के रिकार्ड पांचवें विश्व कप शतक की मदद से भारत ने 338 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था लेकिन इसके बावजूद टीम लगभग मैच हार ही गई थी.{mospagebreak}
धोनी ने उम्मीद जताई कि यह टाई मुकाबला उनकी टीम को क्षेत्ररक्षण की अहमियत महसूस कराने मे मदद करेगा. धोनी ने कहा कि यह टाई के टीम का प्रत्येक खिलाड़ी समझ जाएगा कि एक रन भी अहम होता है. भारत के कई मजबूत पक्ष हैं लेकिन क्षेत्ररक्षण उनमें से एक नहीं है. भारत के क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी के बारे में याद दिलाने पर धोनी ने कहा कि हम क्षेत्ररक्षण में सुधार नहीं कर सकते लेकिन हमारे पास गेंदबाजी में सुधार करने के लिए प्रतिभा मौजूद है.
धोनी ने कहा कि उनके पास 49वें ओवर में पीयूष चावला को गेंद सौंपने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा कि काफी मौजूद नहीं थे. वीरेंद्र सहवाग गेंदबाजी नहीं कर रहा और युवराज मौजूदा था लेकिन मैंने हमेशा विशेषज्ञ गेंदबाज को तरजीह दी है. ग्रीम स्वान और टिम ब्रेसनैन ने 49वें ओवर में 15 रन बटोरे और टीम को जीत के काफी करीब पहुंचा दिया था.
धोनी ने कहा कि मैं निराश नहीं हूं, लेकिन उत्सुक भी नहीं हूं. मेरा अनुभव मिश्रित रहा. ऐसा समय आया जब हम हार सकते थे जबकि ऐसा समय भी आया जब हम मैच जीत सकते थे. तेज गेंदबाज आशीष नेहरा की फिटनेस पर धोनी ने कहा कि वह चाहते हैं कि यह गेंदबाज शत प्रतिशत पिट हो जाये.