
भारतीय आर्मी 15 जनवरी को अपना सेना दिवस मनाने की तैयारी कर रही है. इस बीच रिहर्सल के दौरान ध्रुव हेलीकॉप्टर से कुछ जवानों के गिरने के एक वीडियो ने सनसनी मचा दी है. रिहर्सल के दौरान कुछ जवान हवा में से ही गिर गए. हालांकि, सेना ने बयान जारी कर यह साफ कर दिया है कि किसी भी जवान को चोट नहीं लगी है सभी सुरक्षित हैं. इस हादसे की जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
आपको बता दें कि भारत ने उरी हमले के बाद पाकिस्तान में घुसकर जो सर्जिकल स्ट्राइक की थी. उस दौरान ध्रुव हेलिकॉप्टर का ही इस्तेमाल किया गया था. एलओसी पार गए सैनिकों की वापसी के लिए सीमा के एकदम पास इस हेलिकॉप्टर को तैनात किया गया था. जवानों को सुरक्षित बचा कर लाने में इससे काफी मदद मिली थी. ध्रुव हेलिकॉप्टर का निर्माण भारत में ही होता है, यह देसी हेलिकॉप्टर है.
कैसे ध्रुव पर बैठकर किया था पाकिस्तान को नेस्तानाबूद...
भारती सेना ने 28- 29 सितंबर 2016 की रात को नियंत्रण रेखा के पार जाकर सात आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. सर्जिकल स्ट्राइक से कुछ दिनों पहले उरी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद ही भारत ने कायरों की तरह हमला करने वाले आतंकियों को सबक सिखाने का मन बना लिया था. भारत के जांबाज सैनिकों ने एलओसी के पार जाकर आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर दिया.
उस समय रात के बारह बजे पुंछ से एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर 'ध्रुव' पर 4 और 9 पैरा के 25 कमांडो सवार होकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में दाखिल हुए थे. नियंत्रण रेखा के पार हेलिकॉप्टर ने इन जवानों को एक सुनसान जगह उतार दिया. पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आशंका के बीच इन कमांडोज ने तकरीबन तीन किलोमीटर का फासला रेंग कर तय किया. देश में तबाही मचाने के लिये यहां आतंकियों के लॉन्च पैड्स भिंबर, केल, तत्तापानी और लीपा इलाकों में स्थित थे.
पलक झपकते ही कमांडोज ने आतंकियों पर ग्रेनेड से हमला किया. अफरा-तफरी फैलते ही स्मोक ग्रेनेड के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग की और देखते ही देखते 38 आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया. हमले में पाकिस्तानी सेना के दो जवान भी मारे गए थे.
क्यों खास है ध्रुव?# ध्रुव को चेतक और चीता हेलिकॉप्टर से भी अच्छा माना जाता है. चेतक और चीता में सिंगल इंजन है जबकि ध्रुव में दो शक्ति टर्बोशॉफ्ट इंजन प्रयोग होते हैं. जो कि 1341 BHP प्रति हेलिकॉप्टर पावर के हैं.
# ध्रुव हेलिकॉप्टर का वजन करीब 3 टन का है. ये 290 प्रति घंटा रफ्तार से उड़ता है यानी दुश्मन को इसकी खबर भी नहीं लगती है.