
यूपी के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए सोमवार, 18 मार्च से शुरू हो रहे ऑनलाइन आवेदन में कई तरह की समस्याएं अभ्यर्थियों के सामने खड़ी हैं. इसी दिन से राज्य में लॉकडाउन का चौथा चरण भी शुरू हो रहा है. प्रदेश सरकार ने आवेदन का टाइमटेबल जब जारी किया था तब तक लॉकडाउन 17 मई तक ही था, लेकिन इसकी समयसीमा बढ़ने के कारण आवेदन से लेकर काउंसिलिंग करवाने तक हर कदम पर दिक्कत पेश आएगी. सबसे पहले तो ऑनलाइन आवेदन में ही परेशानी होने जा रही है.
69,000 शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन www.upbasiceduboard.gov.in पर 18 मई अपराह्न से शुरू होंगे जो 26 मई रात 12 बजे तक किए जा सकेंगे. वेबसाइट पर अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा का अनुक्रमांक, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर भरना होगा जिसके बाद मोबाइल पर ओटीपी मिलेगा जिसे भरने पर ही आवेदन पर आवश्यक प्रविष्टियां भर सकेंगे.
लखनऊ के एक शिक्षक रमेश चंद्र मिश्र बताते हैं, “लॉकडाउन में सभी साइबर कैफे बंद है. अधिकांश अभ्यर्थी साइबर कैफे की मदद से ही ऑनलाइन आवेदन करते हैं क्योंकि ऑनलाइन आवेदन की सुविधा हर किसी के पास नहीं है और न ही उन्हें इतनी जानकारी है.” दूसरी समस्या विश्वविद्यालयों के बंद होने के कारण होगी. बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने अपनी डिग्री और प्रमाणपत्र अब तक नहीं निकाले हैं.
अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के समय सभी शैक्षिक और अन्य मूल अभिलेखों तथा उसकी दो सेट स्व प्रमाणित छायाप्रति, चार पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के पदनाम से निर्धारित आवेदन शुल्क का बैंकड्राफ्ट लेकर प्रतिभाग करना होगा. ऐसे में मूल प्रमाणपत्र नहीं होने पर काउंसिलिंग में प्रतिभाग नहीं कर सकेंगे.
तीसरा और सबसे बड़ा मसला ट्रेन, बस और ट्रांसपोर्ट के अन्य साधन बंद होना है. जिलों का ऑनलाइन विकल्प भरने के बाद अभ्यर्थियों को 3 से 6 जून तक काउंसिलिंग के लिए चयनित जिले तक जाने में परेशानी होगी. रमेश चंद्र बताते हैं, “यदि अभ्यर्थियों को अपने साधन से जाने की इजाजत दे भी दी जाए तो सबके पास अपनी गाड़ी नहीं है और प्राइवेट साधन मिलना आसान नहीं होगा”
बेसिक शिक्षा परिषद के कार्यवाहक सचिव विजय शंकर मिश्र बताते हैं कि वर्तमान समय में हो रही परेशानी को देखते हुए आवेदन के लिए नौ दिन का समय दिया गया है. पिछली बार सिर्फ सात दिन में आवेदन लिए गए थे. अभ्यर्थी तकनीकी रूप से सक्षम हैं इसलिए आवेदन में परेशानी नहीं होनी चाहिए.
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