
एजेंडा आजतक के 'देश का मुद्दा' सेशन में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिस्सा लिया. सेशन के दौरान पुण्य प्रसून बाजपेयी ने इन नेताओं से तमाम मुद्दों पर बात की. बाबरी मस्जिद विध्वंस का जिक्र हुआ तो ओवैसी ने बीजेपी और कांग्रेस पर आरोप लगाए वहीं जवाब में स्वामी ने कहा कि उन्हें ओवैसी की देशभक्ति पर संदेह नहीं है.
सुब्रमण्यम स्वामी:
जयललिता की सोच राष्ट्रीय थी. उनके निधन से देश की राजनीति में बड़ी खाई पैदा हुई है. अन्नाद्रमुक का संगठन शशिकला के हाथों में जाएगा. शशिकला की महत्वाकांक्षा अब पार्टी सुप्रीमो बनने की होगी. ऐसे में पार्टी में झगड़ा होगा और पार्टी में विभाजन होगा. पनीरसेल्वम जयललिता के हाथों का मोहरा थे. वो जैसा चाहती थीं, पनीरसेल्वम वैसा करते थे.
अटल जी भी विकास की बात करते रहे, इंडिया शाइनिंग की बात करते रहे, लेकिन चुनाव में बीजेपी की हार हुई.
नोटबंदी की कल्पना का विरोध नहीं करता, व्यवस्था में दिक्कत आई है.
टैक्स प्रक्रिया में सुधार किया जाना चाहिए. इनकम टैक्स को पूरी तरह खत्म किया जाना चाहिए. टैक्स का सरलीकरण करने से ब्लैक मनी पर काबू किया जा सकता है. देश में काला धन स्टॉक में नहीं है, फ्लो में हैं.
दिग्विजय सिंह:
आज के दौर में विचारधारा की राजनीति पीछे जा रही है, लोकलुभावन वादों के सहारे चुनाव जीते जा रहे हैं. धर्म के आधार पर राजनीति होती है. गरीबों पर सियासत होती है. पीएम मोदी भी अब गरीबों की बात करते हैं, यह राजनीति में बड़ा बदलाव है.
हिंदुत्व कोई विचारधारा नहीं है. धर्म के नाम पर लोगों को बांटकर राजनीति की जाती है.
नोटबंदी से न तो भ्रष्टाचार रुकेगा, न ब्लैक मनी का खुलासा होगा. इससे आम लोगों की दिक्कतें आने वाले दिनों में और बढ़ेंगी.
मोदी जी की कैबिनेट में सुब्रमण्यम स्वामी जैसी योग्यता वाला कोई मंत्री नहीं है. उन्हें जेटली जी को हटाकर स्वामी जी को वित्त मंत्री बना देना चाहिए.
मंदिर-मस्जिद के झगड़े ने देश को तबाह कर दिया है. आज गरीबी, बेरोजगारी का मुद्दा देश के सामने सबसे बड़ा है.
मैं देश की जनता का रहनुमा हूं. हिंदुओं का भी, मुसलमानों का भी.
ओवैसी:
पीएम मोदी किस राह पर जा रहे हैं, समझ नहीं आ रहा है. नोटबंदी का फैसला कर गरीबों के खिलाफ काम किया है. पहले आतंकवाद, जाली नोट, भ्रष्टाचार और राष्ट्रभक्ति का मुद्दा उछाला. फिर हालात नहीं संभले तो कैशलेश इकोनॉमी की बात करने लगे.
नोटबंदी पर एकतरफा फैसला लेने से हिंदुस्तान की अवाम भुगत रही है. यूपी के चुनाव में जनता बीजेपी को सबक सिखाएगी.
जिन लोगों पर बाबरी मस्जिद गिराने का आरोप है, वो आज गंगा की सफाई कर रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक ही हैं.
दीनदयाल उपाध्याय ने जितनी बेइज्जती मुसलमानों की की, उतनी किसी ने नहीं की.
यूनिफॉर्म सिविल कोड के सवाल पर कोर्ट का फैसला हमें मंजूर है. बहुलतावादी समाज हिंदुस्तान की खूबसूरती है.