
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन किया है. इसको लेकर एम्स दिल्ली में प्रतीकात्मक रूप से विरोध जताया जा रहा है. वहीं 14 जून को एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) के जरिए काम का बहिष्कार किए जाने का ऐलान किया है. दरअसल, पश्चिम बंगाल के कोलकाता में डॉक्टर्स के साथ हुई मारपीट के बाद ऐसा कदम उठाया गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने यह जानकारी दी है.
आरडीए ने बयान जारी कर कहा, ''राज्य में कानून एवं व्यवस्था नहीं बची है. भीड़ डॉक्टर्स के हॉस्टल पर हथियार से हमला कर रही है. सरकार अपने डॉक्टर्स को ही सुरक्षा और न्याय नहीं दिला पा रही है.'' एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन ने देश के सभी आरडीए से इस विरोध में शामिल होने को कहा है.
बयान में आगे कहा गया, ''एम्स आरडीए डॉक्टर्स पर हुए हमले का विरोध करती है. ऐसी घटनाओं से देश के सभी आरडीए को चोट पहुंची है. सुरक्षित और अहिंसा के वातावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए एम्स आरडीए पश्चिम बंगाल के अपने साथियों के साथ खड़ा है.
इसे लेकर 13 जून को प्रदर्शन किया जाएगा और 14 जून को एक दिन की हड़ताल की जाएगी. इमरजेंसी सर्विसेज को छोड़कर ओपीडी, रूटीन और वार्ड सर्विस में काम नहीं होगा.'' इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) ने बुधवार को अपनी राज्य शाखाओं से विरोध-प्रदर्शन के अलावा शुक्रवार को काला बैज पहनने को कहा है. आईएमए ने प्रदेश अध्यक्षों और सचिवों से कहा है कि वे जिला कलेक्टरों के दफ्तरों के बाहर शुक्रवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक विरोध-प्रदर्शन करें.