
डोकलाम विवाद पर जहां एक तरफ चीन की तरफ से युद्ध की धमकी दी जा रही है, वहीं भारत में आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना चीनी सेना के खिलाफ 'नो वॉर, नो पीस' की स्थिति में है. उन्होंने कहा कि इलाके में सैनिकों या हथियारों की कोई खास आवाजाही नहीं हो रही है. जो भी आवाजाही हो रही है वह रखरखाव के लिए है. सैन्य बोलचाल में न लड़ाई, न शांति का तात्पर्य शत्रु के साथ टकराव या आमने-सामने होना होता है. डोकलाम के लिए और अधिक सैनिक भेजने की रिपोर्ट पर सूत्र ने बताया कि भारत-भूटान-चीन ट्राई-जंक्शन में जवानों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है.
बता दें कि भारत-चीन के बीच ये गतिरोध करीब 50 दिन पहले तब शुरू हुआ था जब सिक्किम सेक्टर में भारतीय जवानों ने चीनी सेना को सड़क निर्माण से रोक दिया था. इसके बाद चीन लगातार दावे कर रहा है कि वह अपने सीमा क्षेत्र में सड़क बना रहा है. चीन की तरफ से लगातार ये धमकियां दी जा रही हैं कि भारत वहां से अपने जवानों को हटाए.
चीन का दावा- डोकलाम में 53 भारतीय सैनिक मौजूद
चीनी विदेश मंत्रालय के हवाले से एक सरकारी अखबार में कहा गया है कि डोकलाम इलाके में भारत के 53 सैनिक और एक बुलडोजर मौजूद है. ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय ने भारत से चीनी क्षेत्र से अपने सैनिक और उपकरण हटाने को कहा है.
इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चेंग शुआंग ने पिछले हफ्ते कहा था कि डोकलाम इलाके में दो अगस्त तक भारत के 48 सैनिक और एक बुलडोजर था. चेंग ने कहा था कि सरहद पर भारतीय क्षेत्र में अब भी बड़ी संख्या में भारतीय सशस्त्र बल जमा हैं.
वहीं सूत्रों ने चीनी दावों को खारिज करते हुए पिछले हफ्ते कहा था कि पिछले छह हफ्तों से डोकलाम में भारतीय सेना के 350 जवान तैनात हैं.