Advertisement

एशिया दौरे पर फिलीपींस में एक दिन ज्यादा रुकेंगे ट्रंप, PM मोदी से हो सकती है मुलाकात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने 12 दिनों के एशिया दौरे पर रवाना हो गए हैं. एशिया के लिए उड़ान भरने से पहले हवाई पहुंचे राष्ट्रपति ट्रंप ने वहां हुए उनके स्वागत के लिए धन्यवाद किया.

पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप
अंकुर कुमार
  • नई दिल्ली ,
  • 04 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 1:31 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने एशि‍या दौरे पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. दोनों वर्ल्ड लीडर एक ही समय फिलीपींस में होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 नवंबर को फिलीपींस पहुंच रहे हैं. जहां वह ASEAN के 50 साल होने के अवसर पर आयोजित गाला डिनर में भाग लेंगे.

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी भी 12 नवंबर को ASEAN बैठक में भाग लेने फ‍िलीपींस पहुंचेंगे. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी का फिलीपींस का तीन दिवसीय दौरा करने का भी कार्यक्रम है. वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने भी घोषणा की है कि वह‍ फिलीपींस में एक दिन और रुकेंगे और 15 नवंबर को अमेरिका वापस लौटेंगे. मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह ईस्ट एशिया समिट अटैंड करना चाहते हैं.

Advertisement

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने 12 दिनों के एशिया दौरे पर रवाना हो गए हैं. एशिया के लिए उड़ान भरने से पहले हवाई द्वीप पहुंचे राष्ट्रपति ट्रंप ने वहां हुए उनके स्वागत के लिए धन्यवाद किया. इसे लेकर ट्रंप ने एक ट्वीट भी किया. आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप की पहली एशिया यात्रा का मकसद पुराने संबधों को मजबूत करना’’ और नए संबंधों को आगे बढ़ाना है.

ट्रंप ने अंतिम पलों में अपनी यात्रा की समयसीमा एक दिन के लिए बढ़ा दी. ट्रंप पहले 14 नवंबर को वापस लौटने वाले थे और विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ईस्ट एशिया समिट कार्यक्रम में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले थे.

इस दौरे के दौरान ट्रंप जापान, साउथ कोरिया, चीन, वियतनाम, फिलिपींस का दौरा करेंगे. यह 25 सालों में किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति का सबसे लंबा दौरा है. यह दौरा उस समय हो रहा है जब नॉर्थ कोरिया की वजह से एशिया और पूरे विश्व में तनाव है. साथ ही अमेरिका और नॉथ कोरिया के रिश्ते टकराव के दौर से गुजर रहे हैं.

Advertisement

फि‍लिपिनो सिटी ऑफ एंजेल्स होने वाले इस समिट में भारत, रूस और चीन समेत 10 एशियान देशों के लीडर्स भाग लेंगे. ट्रंप ने एयरफोर्स वन पर मीडिया से कहा कि हम अपने दौरे को एक दिन बढ़ा रहे हैं, क्योंकि वह काफी महत्वपूर्ण दिन है.

यह है मकसद

ट्रंप 12 दिन की एशिया यात्रा के लिए शुक्रवार को व्हाइट हाउस से रवाना हुए. यह अब तक की ट्रंप की ना केवल सबसे लंबी विदेश यात्रा है बल्कि लगभग तीन दशक में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति की सबसे लंबी एशिया यात्रा भी है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एच. आर. मैकमास्टर, ट्रंप की एशिया यात्रा को अमेरिका के पुराने सहयोगियों के साथ संबंधों को मजबूत करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नए संबंधों बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखते हैं.

मैकमास्टर ने ट्रंप की एशिया यात्रा शुरू होने की पूर्व संध्या पर व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि पिछले 10 महीनों में ट्रंप कई रणनीतिक मुद्दों, खासतौर से उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे को लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र के नेताओं से बातचीत में सक्रिय रहे हैं. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद से विभिन्न देशों के नेताओं के साथ 43 बार फोन पर बात की है. उन्होंने जापान, दक्षिण कोरिया, चीन, भारत, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, वियतनाम, इंडोनेशिया, सिंगापुर और थाईलैंड के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी की हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा कि ट्रंप की यात्रा तीन लक्ष्यों पर केंद्रित होगी. इसमें उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय संकल्प मजबूत करना, स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देना तथा निष्पक्ष एवं परस्पर व्यापार और आर्थिक गतिविधियों के जरिए अमेरिका को समृद्ध बनाना शामिल होगा. राष्ट्रपति के शीर्ष सलाहकार ने कहा कि ट्रंप इस बात पर जोर देंगे कि उत्तर कोरिया से ना केवल उसके सहयोगी देशों बल्कि पूरी दुनिया को खतरा है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement