
उत्तर कोरिया की कमान संभालने के बाद किम की ये सबसे लंबी विदेश यात्रा है. प्योंगयांग से सिंगापुर की दूरी 4743 किमी है. डर कहिए या बहिष्कार चीन के अलावा किम कभी किसी देश की यात्रा पर नहीं गए और जब निकले हैं तो सारी दुनिया की आंखें उन्हीं पर लगी हुई हैं. भूगोल की शब्दावली में इस सियासत को आप उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव की मुलाकात कह सकते हैं. क्योंकि दोनों का कोई मेल ही नहीं है.
ये है दोनों देशों की ताकत
-उत्तर कोरिया में प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 1 हजार 700 डॉलर है तो अमेरिका में प्रति व्यक्ति आय चालीस गुना लगभग 60 हजार डॉलर है.-अमेरिका के पास परमाणु हथियारों की तादाद कम से कम 6550 है तो उत्तर कोरिया केवल 15 परमाणु हथियारों के दम पर दादागीरी करता रहा है.
-उत्तर कोरिया का रक्षा बजट सिर्फ 7.5 अरब डॉलर सालाना है. किम जोंग ढाई करोड़ लोगों के नेता हैं
तो डोनल्ड ट्रंप लगभग 33 करोड़ अमेरिकियों की नुमाइंदगी करते हैं.
-ढाई करोड़ की आबादी वाले कोरिया के पास लगभग 13 लाख सैनिक हैं. मतलब हर बीसवां नागरिक सेना में है.
वहीं 32 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका में साढ़े तेरह लाख सैनिक हैं मतलब 237 लोगों पर एक.
दोनों नेताओं की इस मुलाकात को बेमेल राष्ट्रों की मुलाकात कहा जा रहा है. लेकिन कूटनीति की किताबों में ऐसे अध्याय आते रहे हैं. पहली मुलाकात में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मुझे विश्वास है हमारे संबंध अच्छ रहेंगे. वहीं किम ने बहुत बाधाओं को पार कर इस मुलाकात के संभव होने की बात कही है.