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पहली बार में ही जमी ट्रंप-किम की जोड़ी, 90 मिनट में ऐसे टला 'विश्वयुद्ध' का खतरा

मशहूर शायर बशीर बद्र की ये पंक्तियां आज काफी सही लगती हैं. जो कभी कट्टर दुश्मन थे वो आज दोस्त बन गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम नेता किम जोंग उन के बीच हुई सिंगापुर में मुलाकात इतिहास में दर्ज हो गई है.

साझा बयान जारी करने के लिए जाते ट्रंप और किम (AP) साझा बयान जारी करने के लिए जाते ट्रंप और किम (AP)
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2018,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे

जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों

एक दिन तुझसे मिलने जरूर आऊंगा,

जिंदगी मुझ को तेरा पता चाहिए.

मशहूर शायर बशीर बद्र की ये पंक्तियां आज काफी सही लगती हैं. जो कभी कट्टर दुश्मन थे वो आज दोस्त बन गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम नेता किम जोंग उन के बीच हुई सिंगापुर में मुलाकात इतिहास में दर्ज हो गई है.

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कुछ दिनों पहले दुनिया पर जो तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडरा रहा था, वो इन दोनों नेताओं की 90 मिनट की मुलाकात से टल गया है. मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ये बैठक उम्मीद से ज्यादा अच्छी रही तो वहीं किम भी बोले कि आने वाली दिनों में दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी. दोनों की दोस्ती इस कदर परवान चढ़ी कि व्हाइट हाउस ने किम को अमेरिका आने का न्योता तक थमा दिया. दोनों नेताओं ने दो दौर में मुलाकात की, पहली 41 मिनट और फिर करीब 50 मिनट.

और टल गया विश्वयुद्ध!

सिंगापुर के कैपेला रिजॉर्ट में सुबह से ही चहलकदमी शुरू हो गई थी और तय वक्त पर दोनों नेताओं का काफिला रिजॉर्ट पहुंच गया.

उत्तर कोरिया के सुप्रीम कमांडर किम जोंग पहले पहुंचे, करीब 3 मिनट के अंतर पर ट्रंप भी गाड़ी से उतरकर रिजार्ट के अंदर पहुंच गए. दोनों की एक साथ पहली तस्वीर तब सामने आई जब ट्रंप और किम रेड कारपेट पर एक साथ खड़े हुए और पहली बार एक दूसरे के सामने थे.

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दोनों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया, दो महीने पहले तक ये तस्वीर कहीं से भी मुमकिन नहीं लग रही थी, लेकिन आज हकीकत बन गई. हाथ मिलाने के बाद ट्रंप और किम टहलते हुए आई रिजॉर्ट के गलियारे से होते हुए मीडिया सेंटर तक पहुंचे और दुनियाभर के मीडिया के सामने इस मुलाकात को लेकर अपनी-अपनी राय रखी.

ट्रंप की उम्मीदों को किम ने भी अपना भरोसा दिया और ये जताना भी नहीं भूले कि कितनी अड़चनों के बाद ये मुलाकात मुमकिन हो पाई है. करीब 15 मिनट के दौरान किम और ट्रंप ने दो बार हाथ मिलाए, पहली बार मिलते ही और दूसरी बार मीडिया के सामने बयान देने के बाद.

इस दौरान दोनों नेता एक दूसरे को देखकर मुस्कराए भी और खिलखिलाए भी. यकीन करना मुश्किल था कि दो महीने पहले तक अपनी-अपनी टेबल पर परमाणु बम के बटन की धमकी देने वाले नेता इस तरह मिल रहे हैं.

मीडिया कैमरों से दूर होने के बाद किम जोंग और ट्रंप के बीच करीब 50 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत हुई. ट्रंप ने कहा था कि वो किम के हाव भाव देखकर एक मिनट में बता देंगे कि बातचीत कितनी कारगर होगी, यकीनन 50 मिनट तक चली बातचीत सही रास्ते पर निकली होगी. खुद ट्रंप ने भी इसकी तस्दीक कर दी.

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दुनिया की निगाहें लगी थी आखिर किम-ट्रंप मिलेंगे तो क्या बात होगी- कैसे मिलेंगे और कहां मिलेंगे- पहली बार दोनों नेता आमने सामने हुए तो दोनों की बॉडी लैंग्वेज देखने लायक थी. यहां तक कि बैठक के बाद ट्रंप ने खुद किम को अपनी लिमोजिन गाडी दिखाई.

ये महज मुलाकात नहीं कूटनीतिक एनकाउंटर था. किम जोंग और डोनाल्ड ट्रंप पहली बार आमने-सामने हुए तो दुनिया भर के विशेषज्ञों की नजर दोनों के हाव-भाव पर थी. दोनों नेताओं के बीच एक व्यापक दस्तावेज पर हस्ताक्षर हुए हैं. जिसमें परमाणु हथियारों के खात्मे का अहम करार भी शामिल है.

उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर ट्रंप ने कहा कि हमने एक 'विशेष अनुबंध' तैयार किया है और जल्द ही निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया बहुत ही जल्द शुरू हो जाएगी. वहीं, किम जोंग उन ने कहा कि हमने अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने का फैसला किया है और दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी.

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