
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को उस संशोधित शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं जिसमें सात मुस्लिम देशों के नागरिकों की एंट्री पर रोक लगाई गई है. अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक पहले के आदेश के बाद देशभर में और हवाई अड्डों पर अफरातफरी मचने के एक महीने बाद ट्रंप संशोधित आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.
सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रपति होमलैंड सुरक्षा विभाग में नए शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे. हालांकि आदेश में किए गए बदलाव को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हो पाई है. राष्ट्रपति ट्रंप ने 27 जनवरी को आदेश दिया था जिसके मुताबिक सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों पर 90 दिन के लिए अमेरिका में प्रवेश करने से अस्थायी रोक लगा दी गई थी.
अमेरिका में मुसलमानों की एंट्री पर रोक लगाने वाले इस आदेश की दुनियाभर में आलोचना की गई है. अमेरिका में सभी शरणार्थियों पर 120 दिन की रोक लगायी गयी थी जबकि सीरियाई शरणार्थियों पर स्थायी रोक लगायी गयी थी. फैसले पर कई देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और अमेरिका में विरोध प्रदर्शन हुये थे. सिएटल में जिला जज ने ट्रंप के इस शासकीय आदेश पर रोक लगा दी थी.
'मुस्लिमों पर बैन नहीं'
ट्रंप ने एक इंटरव्यू में इस बात से इनकार किया कि यह मुसलमानों पर प्रतिबंध है. उन्होंने कहा, ‘नहीं, यह मुसलमानों पर प्रतिबंध नहीं है बल्कि उन देशों पर प्रतिबंध है जिनसे बहुत खतरा है.' यह पूछे जाने कि क्या उन्हें इस बात की चिंता है कि इससे दुनियाभर के मुसलमान नाराज हो जाएंगे, उन्होंने कहा, ‘नाराज? अभी बहुत नाराजगी है. अब और अधिक नाराजगी कैसे हो सकती है?
क्या था ट्रंप का फैसला
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति का पद संभालने के एक सप्ताह बाद ही इस विवादास्पद आदेश पर हस्ताक्षर किए. जिन देशों पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें ईरान, इराक, सीरिया, सूडान, लीबिया, यमन और सोमालिया शामिल हैं.