
वेपन लोकेटिंग रडार (WLR) यानि स्वाति को डीआरडीओ ने भारतीय सेना को सौंप दिया है. इसकी खासियत ये है कि यह दुश्मन के हथियारों की मौजूदगी तलाश कर उन्हें तबाह करने के लिए भारतीय सेना को गाइड करने का काम करेगा. एलओसी पर स्वाति का सफल फील्ड ट्रायल हो चुका है. भारतीय सेना ने डीआरडीओ से ऐसे 30 रडारों की मांग की है. उनकी तैनाती पाकिस्तान से सटी सीमा और एलओसी पर की जाएगी.
भारतीय सेना के पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान सीमा पार से लगातार फायरिंग कर रहा है और भारतीय पोस्ट को निशाना बना रहा है. सेना भी जवाबी कार्रवाई करती है लेकिन गोलीबारी करने वाले पाकिस्तान सेना की सटीक जानकारी न होने की वजह से भारतीय सेना के सामने मुश्किल आती है. ऐसे में स्वाति रडार सिस्टम के सेना में शामिल होने के बाद पाकिस्तान की बोलती बंद हो जाएगी.
इस रडार के जरिए भारतीय सेना के जवान ये आसानी से पता लगा लेंगे की फायरिंग कहां से हो रही है. रॉकेट लांचर कहां से दागे जा रहे हैं और उनकी दूरी और ट्रेजेक्टरी क्या है. ये सब जानकारी कुछ मिनटों में ही स्वाति रडार से मिल जाएगी. इन सब जानकारियों से लैस भारतीय सेना के जवान जवाबी कार्रवाई में उस पाकिस्तानी पोस्ट या गोलीबारी की जगह को निशाना बना कर तबाह कर सकेंगे.
सटीक पता लगाती है 'स्वाति'
स्वाति रडार सिस्टम दुश्मन की तरफ से हो रही फायरिंग की लोकेशन या ठिकाने का सटीक पता लगाता है. दुश्मन के मोर्टार राकेट लांचर और और आर्टिलरी गन को सिर्फ एक से दो मिनट में तबाह करने की ताकत रखता है. क्योंकि इस रडार के माध्यम से सेना दुश्मन पर नजर रखती है और उनसे पहले माकूल जवाब देती है. स्वाति रडार सिस्टम की रेंज 30 से 50 किमी तक है. रडार सिस्टम को फायर सिस्टम से जोड़ देने पर सीमा पर होने वाली फायरिंग की जानकारी के साथ ऑटोमेटिक मुंहतोड़ जवाब भी दिया जा सकता है.
अब नहीं होती भारी गोलाबारी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस रडार सिस्टम को पाकिस्तान के बॉर्डर वाले इलाके और एलओसी पर लगाया गया है और इसके नतीजा भी काफी चौंकाने वाले मिले हैं. सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तान की तरफ से जो पहले भारी गोलीबारी होती थी वो इस रडार के आने से अब नहीं हो रही है. क्योंकि भारतीय सेना को इस रडार से पाकिस्तान की चौकी और पोस्ट की सटीक लोकेशन मिल जा रही है जिससे भारतीय सेना भी मुंहतोड़ जवाब दे रही है.
इस रडार सिस्टम की अहमियत उस जोन में भी खासी अहम है जहा क्रॉस बॉर्डर फायरिंग होती है और रात में चुपके से दुश्मन घात लगाकर हमला करता है.