
राजधानी दिल्ली के एक नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के नाम पर हैवानियत का कहर देखने को मिला है. केंद्र के कर्मचारियों पर नशे की लत छुड़ाने के लिए आए युवक को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने और उसके साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. पुलिस ने पिटाई का सीसीटीवी बरामद कर लिया है. इसके बावजूद अभी तक आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है.
जिम में लगी नशे की लत
पीड़ित युवक की पहचान 22 वर्षीय विपुल सिसोदिया के रूप में हुई है. रोहिणी सेक्टर-16 निवासी विपुल एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है. विपुल के पिता विजय के अनुसार विपुल जिम जाता था और वहां से मिलने वाले सप्लीमेंट खाता था. कुछ माह पहले वह अपने दोस्तों के साथ घूमने गया और वहां से आने के बाद शराब पीने लगा. शराब और जिम से मिलने वाले सप्लीमेंट लेने के चलते उसकी तबियत पर असर पड़ने लगा.
परिजनों ने भेजा था नशा मुक्ति केंद्र
परिजनों ने उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजने का फैसला किया. बीते मंगलवार उसे समयपुर बादली स्थित दया फाउंडेशन में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. अगले दिन जब विजय पैसे जमा कराने के लिए दया फाउंडेशन पहुंचे तो विपुल की हालत देखकर उनके होश उड़ गए. विपुल के शरीर पर चोटों के निशान थे. विपुल की आंख पर भी वार किया गया था. उसके साथ केंद्र के कर्मचारियों ने मारपीट की थी. विजय ने पुलिस को इसकी सूचना दी.
विपुल का किया गया यौन उत्पीड़न
पीड़ित पिता का आरोप है कि उनके बेटे का यौन उत्पीड़न भी किया गया. पीड़ित छात्र डरा-सहमा हुआ है. पुलिस को मारपीट की सीसीटीवी फुटेज भी मिल गई है. इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की है. पीड़ित पिता का आरोप है कि पुलिस उनपर समझौते के लिए दबाव बना रही है. फिलहाल पीड़ित परिवार दोषियों पर कार्रवाई के लिए न्यायालय की शरण में जाने का मन बना रहा है.