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DTC बस चलाती नजर आएंगी महिलाएं, जल्द शुरू होगी प्रक्रिया

डीटीसी ने पहले भी महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला ड्राइवर की भर्ती करनी चाही, लेकिन तब उतनी कामयाबी नहीं मिल पाई.

पहले भी रही है महिला ड्राइवर पहले भी रही है महिला ड्राइवर
लव रघुवंशी/कुमार कुणाल/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 1:26 PM IST

दिल्ली परिवहन निगम यानि डीटीसी अब महिला ड्राइवर रखेगा. यानि आने वाले वक्त में आपको डीटीसी की भारी भरकम सी दिखने वाली लो फ्लोर बसों की कमान महिलाओं के हाथ में दिख सकती है. सिर्फ महिला ड्राइवर ही नहीं बल्कि निगम की योजना तो महिला कंडक्टरों की भर्ती की भी है. इस बाबत दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन जल्दी ही भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू करने की योजना बना रहा है.

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मंगलवार को हुई डीटीसी बोर्ड की मीटिंग में ये फैसला लिया गया है कि ज्यादा से ज्यादा महिला ड्राइवर को इन बसों को चलाने के लिए लिया जाए ताकि महिलाओं के मन में सुरक्षा की भावना और मजबूत हो सके.

पहले भी रही है महिला ड्राइवर
डीटीसी ने पहले भी महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला ड्राइवर की भर्ती करनी चाही, लेकिन तब उतनी कामयाबी नहीं मिल पाई. पहले कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान और फिर निर्भया कांड के बाद ऐसी जरूरत समझी गई कि सार्वजनिक परिवहन में महिला ड्राइवर की संख्या और बढ़ाई जाए. पिछले साल अप्रैल के महीने में वी. सरिता नाम की पहली महिला डीटीसी ड्राइवर की ट्रेनिंग भी पूरी कर ली गई. सरिता दिल्ली से नहीं बल्कि तेलंगाना से हैं.

अभी प्रस्ताव किया जाएगा तैयार
हालांकि दिल्ली परिवहन निगम यानि डीटीसी ने ये फैसला तो ले लिया है कि महिला सुरक्षा के मद्देनजर महिला ड्राइवर और कंडक्टर लगाए जाएं, लेकिन इन ड्राइवर और कंडक्टर की सुरक्षा भी अहम् मुद्दा होगी. कितनी महिला ड्राइवर और कंडक्टर भर्ती होनी हैं, कब तक ये प्रक्रिया पूरी होगी इस पर प्रस्ताव तैयार होना बाकी है. उन रूट की भी पहचान अभी नहीं हो पाई है, जहां ये बस चलाएंगी. लेकिन जिन रूट पर कामकाजी महिलाओं की तादाद ज्यादा है, वहां इन महिला ड्राइवर और कंडक्टर को लगाया जा सकता है.

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दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि मंगलवार को बोर्ड की बैठक हुई है. बोर्ड ने कहा है कि आगे जितनी भर्ती हों उसमें ज्यादा से ज्यादा महिला ड्राइवर और कंडक्टर की भर्ती हो. फिलहाल महिला कंडक्टर की संख्या 250 के आसपास हैं, जबकि महिला ड्राइवर 1 ही है. अब महिलाओं को और ज्यादा तरजीह दी जायेगी.

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