
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो नौकरी तो डीटीसी बस में ड्राइवर की करता था, लेकिन ड्यूटी से छूटते ही डीसीपी बनकर वसूली करता था.
सड़क से गुजर रहे ट्रक चालकों और कार चालकों से अवैध वसूली करने वाले शातिर बदमाश की हरकत अधिक दिनों तक नहीं चली. दिल्ली पुलिस की टीम ने धौला कुआं इलाके में ट्रक चालक से वसूली करते हुए रंगे हाथों दबोच लिया. पुलिस की गिरफ्त में आए इस शख्स का नाम सुनील त्यागी है.
सुनील त्यागी दिल्ली पुलिस का अधिकारी बन ट्रकों से अवैध वसूली करता था. पुलिस ने उसके पास से दिल्ली पुलिस के आईपीएस का फर्जी आई कार्ड और वैगन आर कार बरामद किया है. इसी कार्ड को दिखाकर वह ट्रक चालकों से वसूली किया करता था.
वसूली के दौरान वह विरोध करने वाले चालकों को पुलिस की धौंस दिखाने के साथ ही उनकी पिटाई करने से भी नहीं चूकता था. इस शख्स ने बकायदा पुलिस वर्दी में अपनी तस्वीर भी खिंचवाई थी जिसे दिखाकर वह लोगों को धमकाता था. जांच में पता चला है कि आरोपी पिछले कई महिनों से आईपीएस बन ट्रक और कार चालकों से वसूली की वारदात को अंजाम दे रहा था.
दरअसल, धौला कुआं पुलिस चौकी में पिछले कुछ दिनों से पुलिस अधिकारी बनकर ट्रक और कार चालकों से वसूली की शिकायतें मिल रही थीं. इसे देखते हुए गश्ती टीम को सतर्क किया गया था. शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे गश्ती के दौरान पुलिस ने देखा कि धौला कुआं मेट्रो स्टेशन के पास एक टाटा 407 रुकी हुई है. उसके आगे एक वैगन आर कार खड़ी है.
संदेह होने पर टीम 407 के पास पहुंची तो पाया कि उसके केबिन में एक व्यक्ति घुसा है और चालक को दबोच रखा है. पूछताछ करने पर चालक ने बताया कि यह व्यक्ति बिना कारण कार में टक्कर मारने का बहाना कर झगड़ रहा है और अपने को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बता रहा है.
जब टीम ने सुनील त्यागी से पूछताछ की तो आरोपी उल्टा गश्ती टीम को ही आइपीएस अधिकारी होने की धौंस दिखाने लगा, लेकिन पुलिस टीम के सामने उसकी एक ना चली. पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह डीटीसी में ड्राइवर का काम करता है. जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, उस समय उसने ट्रक ड्राइवर से 16 सौ रुपये वसूल लिए थे.
आरोपी ने कंप्यूटर पर फोटो शॉप के जरिए आईकार्ड भी बनवा रखा था, जिसपर दिल्ली पुलिस का लोगो और सेंट्रल जिले के डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा का नाम और पद लिखा हुआ था. साथ ही उसने मोबाइल में पुलिस की वर्दी में एक फोटो भी खींचवा कर रखा हुआ था, जिसे दिखा कर वह ट्रक चालकों को कभी कार छू जाने तो कभी गलत तरीके से वाहन चलाने के नाम पर रोक लेता था और रुपये वसूलता था. डीसीपी ने बताया कि आरोपी सुनील ने 12वीं तक की पढ़ाई की है और वह सोनीपत का रहने वाला है.