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e-एजेंडा: लॉकडाउन पर राहुल गांधी की बात पीएम मोदी को सुननी चाहिए: संजय राउत

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि किसी भी राजनेता के लिए यह वक्त मन में द्वेष रखने का नहीं है. क्योंकि देश संकट में है. कम से कम दो साल राजनीतिक गिले-शिकवे भूलकर एकजुट होना पड़ेगा और कोरोना को हराना होगा.

शिवसेना नेता संजय राउत ( फाइल फोटो ) शिवसेना नेता संजय राउत ( फाइल फोटो )
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 मई 2020,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST

  • 'राहुल गांधी ने लॉकडाउन को लेकर कई अच्छी बातें कहीं हैं'
  • कोरोना को हराने के लिए सभी दलों को साथ आना होगा- राउत

मोदी सरकार 2.0 को सत्ता पर काबिज हुए एक साल पूरा हो चुका है. इस मौके पर आजतक पर आज पूरे दिन ई-एजेंडा का मंच सजा. ई-एजेंडा के सत्र सरकार पर 'संजय दृष्टि' में शिवसेना नेता और राज्य सभा सांसद संजय राउत ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर जो बातें राहुल गांधी ने कही हैं उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनना चाहिए.

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संजय राउत ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के नेता हैं. देश बनाने में सभी का योगदान होता है. चाहे वह पक्ष हो या विपक्ष. इसलिए पीएम मोदी को राहुल गांधी की बात सुननी चाहिए. इसके बारे में मैंने सामना में भी लिखा है. क्योंकि यदि विपक्ष दल के लोग एक सुर में कोई अच्छी बात कहते हैं तो उसका जरूर कोई मतलब होता है.

शिवसेना नेता ने आगे कहा कि किसी भी राजनेता के लिए यह वक्त मन में द्वेष रखने का नहीं है. क्योंकि देश संकट में है. कम से कम दो साल तक राजनीतिक गिले-शिकवे भूलकर एकजुट होना पड़ेगा और कोरोना को हराना होगा.

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'CAA को ठंडे बसते में डालना चाहिए'

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संजय राउत ने कहा कि CAA को फिलहाल ठंडे बस्ते में डालना चाहिए. क्योंकि यह वक्त नहीं है ऐसे मुद्दे उछालने का. वैसे भी पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए CAA के मुद्दे हैं लेकिन महाराष्ट्र और बाकी राज्यों में ऐसा नहीं है.

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'सामना से मेरा भावुक रिश्ता...'

शिवसेना के मुखपत्र सामना को लेकर पूछे गए सवाल पर संजय राउत ने कहा कि मैं सामना से रिटायर हुआ हूं, लेकिन मैं अब तक उससे जुड़ा हूं . जब तक लिखता रहूंगा तब तक सामना से जुड़ा रहूंगा. सामना से मेरा रिश्ता भावुक है और सामना ही मेरी पहचान है. कलम में मेरी आत्मा है. जब तक जीवित रहूंगा, तब तक लिखता रहूंगा.

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