
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और कजाकिस्तान के विदेश मंत्री कैरत अब्द्रखमनोव की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद शुक्रवार को भारत और कजाकिस्तान ने व्यापार, रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई है.
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सुषमा ने कहा कि हमने आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की. साथ ही हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति का भी जायजा लिया.
उन्होंने कहा कि भारत और कजाकिस्तान दोनों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों के सभी क्षेत्रों में बहुआयामी सहयोग विकसित किया है. दोनों देश 2009 से रणनीतिक साझेदार हैं.
सुषमा ने कहा कि मैंने विदेश मंत्री अब्द्रखमनोव के साथ कजाकिस्तान के साथ भागीदारी के लिए नए उत्पादों के बाजारों का पता लगाने और दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने पर चर्चा की.
उन्होंने कहा, कृषि उत्पादों, ऊर्जा और रसायन जैसे क्षेत्रों में व्यापार बढ़ाने की ज्यादा संभावना है. बता दें कि कजाकिस्तान मध्य एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापार और निवेश साझीदार है. वित्त वर्ष 2016-17 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 64.24 करोड़ डॉलर का रहा.
सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने कई तरह की महत्वकांक्षी योजना मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, क्लीन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, 100 स्मार्ट सिटी सहित कई अन्य योजना शुरू की. उन्होंने विदेश मंत्री कैरात अब्द्राखमनोव के साथ भारत के डिजिटल कार्यक्रम पर चर्चा करके उन्हें बताया कि इसमें कई ऐसी चीजें हैं जो कजाकिस्तान के डिजिटल कजाकिस्तान कार्यक्रम के हित में हो सकता है.