
भूकंप के जोरदार झटकों से नेपाल, अफगानिस्तान और पूरा उत्तर भारत मंगलवार को एक बार फिर दहल गया. रिक्टर पैमाने पर 7.3 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र नेपाल और अफगानिस्तान में था. नेपाल में ताजा झटकों से 55 लोगों की मौत हो गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, भारत में 17 मौतें हो गई हैं. इनमें से 16 मौतें बिहार और एक उत्तर प्रदेश में हुई है. भारत में 39 लोग घायल भी बताए जा रहे हैं.
भारत के दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. हालांकि सबसे ज्यादा असर बिहार और उत्तर प्रदेश में ही हुआ है. नेपाल में सबसे ज्यादा नुकसान दोलखा जिले में बताया जा रहा है. खबर है कि यहां 90 फीसदी घरों को नुकसान पहुंचा है. ताजा भूकंप से सबसे ज्यादा लोग सिन्धुपालचोक में हताहत हुए हैं. मलबे में लोगों के धंसे होने की आशंका है. हालात के जायजे के लिए भारतीय वायुसेना ने एमआई 17 हेलिकॉप्टर काठमांडू भेजा है. रिपोर्ट आने के बाद काठमांडू में रिलीफ टीम भेजी जाएगी.
भारतीय एंबेसी ने नेपाल में हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं-
(+977) 9851107021
(+977) 9851135141
नेपाल में अब तक पांच भूकंप आ चुके हैं. इनकी तीव्रता 7.9 से लेकर 4.8 के बीच रही. नेपाल के डिप्टी पीएम प्रकाश मान सिंह ने बताया कि सिंधुपाल चौक में कई इमारतें ढह गई हैं. कई क्षेत्रों में सड़कें ब्लॉक हो गई हैं. इसके अलावा काठमांडू में भी कई इमारतों के गिरने की खबर है. भूकंप के दौरान नेपाल में 3 बड़े भूस्खलन भी हुए. अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, नेपाल में केंद्र वाले भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.4 मापी गई. भूकंप का केंद्र नेपाल के दोलाखा और सिंधूपालचौक के बीच कोडारी में जमीन से 19 किमी नीचे रहा. वहीं अफगानिस्तान वाले भूकंप की तीव्रता 6.9 रही.
दोपहर 12:35 और 1:10 पर आए झटके
दोपहर 12:35 के करीब दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. कुछ देर बाद 1 बजकर 10 मिनट पर दोबारा भूकंप आया. इस बार धरती करीब डेढ़ मिनट तक कांपती रही. याद रहे कि नेपाल में 25 अप्रैल को महाभूकंप में हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. दिल्ली सचिवालय बिल्डिंग को खाली कराया गया. नेपाल भारत के अलावा बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. लोग बदहवासी में दौड़ते हुए अपने दफ्तर और घरों से बाहर निकले.
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में भूकंप के और झटके आ सकते हैं, हालांकि यह झटके छोटे होंगे. मौसम विभाग के महानिदेशक ने कहा कि भूकंप के 'आफ्टर शॉक' आने की आशंका है.
दोपहर बाद 12.40 बजे आए भूंकप के बाद इमारतों के धराशायी होने से हर तरफ धूल उड़ रही थी. भूकंप का केंद्र माउंट एवरेस्ट के निकट कोडारी में था. यह काठमांडू से 100 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है. एक बार फिर आए भूकंप ने 25 अप्रैल के विनाशकारी मंजर की यादें ताजा कर दी.
भूकंप के आते ही काठमांडू में बिजली गुल हो गई. अप्रैल में आए भूकंप के बाद बेहद मुश्किल से बिजली व्यवस्था बहाल हो पाई थी. इंटरनेट संपर्क भी बंद हो गया. इस दौरान लोग मोबाइल फोन से अपनों से संपर्क करते दिखे, लेकिन उसने भी काम करना बंद कर दिया. मोबाइल नेटवर्क जाम हो गया.
काठमांडू में दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक सभी उड़ाने रद्द कर दी गईं थी. 2 घंटे बाद इसे वापस बहाल कर दिया गया. नेपाल में 5, अफगानिस्तान में एक भूकंप आया. अफगानिस्तान में 6.9 की तीव्रता का भूकंप आया.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और अंबिकापुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. वहीं नेपाल के काठमांडू में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. नॉर्थ ईस्ट के कुछ इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए जाने की खबर आ रही है. दिल्ली मेट्रो ट्रेन को भी रोक दिया गया.
भूकंप झटकों पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं दफ्तर जा रहा हूं और वहां एनडीआरएफ अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा. पैनिक करने की जरूरत नहीं है. एनडीआरएफ टीम अलर्ट पर है.'
उस समय में भी उत्तर भारत के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. बिहार के पटना समेत दिल्ली एनसीआर, कोलकाता लखनऊ में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
पढ़ें: अंडमान में आया भूकंप का झटका, तीव्रता 4.6
पढ़ें: भूकंप के बाद 80 सेंटीमीटर बढ़ गई काठमांडू की ऊंचाई
पढ़ें: नेपाल ने की दुनिया के लोगों से मदद की अपील
पढ़ें: जब भूकंप के 14 दिन बाद मलबे से जिंदा निकला था आदमी
PHOTOS: नेपाल में अब भी जिंदगी के लिए जद्दोजहद
PHOTOS: भूकंप के 100 घंटे बाद कुछ ऐसा है नेपाल का हाल
PHOTOS: काठमांडू में 'चमत्कार', 84 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकला युवक