
चुनाव आयोग ने सोमवार आधी रात को राधाकृष्णन नगर उपचुनाव की पूरी प्रक्रिया रद्द कर दी. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी और दोनों चुनाव आयुक्तों के दस्तखत वाले 11 पेज के आदेश में आयोग ने साफ कहा है कि आचार संहिता, चुनाव खर्च, अघोषित संपत्ति के सबूत, बेहिसाब धन का चुनाव में अवैध इस्तेमाल, राजनीतिक दलों के नेताओं के ठिकानों से बड़ी तादाद में नकदी की बरामदगी जैसे हालात देखते हुए अभी नहीं लगता कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो सकेंगे. लिहाज़ा चुनाव आयोग और आरके नगर सीट के निर्वाचन अधिकारी के आदेश रद्द माने जाएं.
आचार संहिता भी हट जाएगी. चुनाव के कार्यक्रम के अगले ऐलान के बाद आदर्श चुनाव आचार संहिता फिर से लागू होगी. मतदान से एन पहले एआईएडीएमके नेता के ठिकानों से बड़ी तादाद में नकदी मिलने के बाद चेन्नई की आरके नगर सीट पर उपचुनाव रद्द हुआ. चुनाव आयोग ने घंटों चली मीटिंग के बाद आधी रात इस पर फैसला लिया.
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान आयोग को सत्ताधारी दल के अलावा भी कई पार्टियों के नेताओं के पास बेहिसाब नकदी होने की सूचना मिल रही थी. कई बार छापे मारे गए. बड़े सीज़र के बाद तमिलनाडु के मुख्य चुनाव अधिकारी और आरके नगर सीट के विशेष चुनाव अधिकारी दिल्ली में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिले और इसके बाद आयोग की बैठक हुई.
वोट के बदले नोट बांटने का आरोप
चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक आरके नगर और आसपास के इलाकों से आयोग की टीमों ने छापेमारी की. इस दौरान बड़ी तादाद में शराब और अन्य
आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है. हद तो तब हुई जब तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर के घर पर आयकर विभाग के छापे में 4.5 करोड़ रुपये नकद और
85 करोड़ रुपये मूल्य का सोना बरामद हुआ. माना जा रहा है कि मतदान से पहले इतनी बड़ी संख्या में नकदी लाए जाने का एक ही मकसद होता है, मतदान से पहले
मतदाताओं को मुंह मांगी नकदी देकर वोट खरीदना.