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Exclusive: आजतक के सवालों पर चुप्पी साध गए नीरव मोदी के पिता, जांच के लिए हांगकांग टीम भेज सकती है ED

दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में जांच के लिए एक टीम को हांगकांग भेज सकता है या वहां की एजेंसियों को पत्र लिख सकता है. बता दें कि नीरव मोदी ने फर्जी तरीके से प्राप्त साख पत्र (लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग) को ज्यादातर हांगकांग में भुनाया था.

नीरव मोदी नीरव मोदी
लवीना टंडन
  • नई दिल्ली/एंटवर्प, बेल्जियम,
  • 17 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 8:58 AM IST

पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के पिता दीपक मोदी ने अपने बेटे को लेकर चल रहे विवाद पर कुछ भी बोलने से इनकार किया है. 'आजतक' के साथ बातचीत में नीरव मोदी के पिता ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार किया है.

आजतक ने फोन के जरिए नीरव के पिता दीपक मोदी से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने अपने बेटे के बारे में पूछे गए सवालों पर चुप्पी साध ली. आजतक के पास इस पूरी बातचीत का रिकॉर्ड मौजूद है. नीरव के पिता एंटवर्प में मौजूद हैं.

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NiMo के संभावित ठिकाने तक पहुंचा आजतक

जांच एजेंसियां नीरव मोदी की तलाश में जुटी है. नीरव की खोज में आजतक न्यूयॉर्क के जेडब्ल्यू मैरिएट होटल पहुंचा. नीरव मोदी यहां 36वें फ्लोर के एक स्यूट में ठहरते हैं. न्यूयॉर्क में यह उनका ठिकाना माना जाता है.

जांच के लिए हांगकांग टीम भेज सकती है ED

दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में जांच के लिए एक टीम को हांगकांग भेज सकता है या वहां की एजेंसियों को पत्र लिख सकता है. बता दें कि नीरव मोदी ने फर्जी तरीके से प्राप्त साख पत्र (लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग) को ज्यादातर हांगकांग में भुनाया था. जांच एजेंसियां नीरव मोदी की तलाश में जुटी हुई हैं.

हांगकांग में प्रवर्तन निदेशालय की निगाह इलाहाबाद बैंक के 2 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा, यूनियन बैंक और एक्सिस बैंक की तकरीबन इतनी ही रकम और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 950 करोड़ रुपयों के ट्रांजैक्शन पर है.

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मेहुल चोकसी के खिलाफ नई एफआईआर

इस बीच सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत पर गीताजंलि ग्रुप के प्रमोटर मेहुल चोकसी के खिलाफ नई एफआईआर दर्ज की है. साथ ही इंटरपोल से संपर्क कर इनका पता लगाने को कहा है. अधिकारियों का कहना है कि नई एफआईआर 13 फरवरी को पीएनबी की ओर से दी गई शिकायत पर आधारित है.

एफआईआर के मुताबिक पीएनबी को हुआ नुकसान 4,886 करोड़ से ज्यादा का है. ऐसे में सवाल उठता है कि पंजाब नेशनल बैंक सीबीआई को टुकड़ों में जानकारी क्यों दे रहा है. 31 जनवरी को सीबीआई की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक मामला 280 करोड़ के घपले का है. फिर बैंक की ओर से गुरुवार को मुंबई में स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में सामने आया कि संदिग्ध ट्रांजैक्शन 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर (11,400 करोड़ रुपये से ज्यादा) का है.

अब, ऐसा लग रहा है कि मेहुल चोकसी के गीताजंलि ग्रुप का प्रभाव नीरव मोदी से कहीं ज्यादा है. गीताजंलि ग्रुप के प्रमोटर मेहुल चोकसी 4 जनवरी को ही देश छोड़ चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने नीरव, चोकसी सहित उनके परिवार के पासपोर्ट को निलंबित कर दिया है.

सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी ने शुक्रवार को गीताजंलि ग्रुप के 20 ठिकानों पर छापा मार कर परिसरों की तलाशी ली है. इनमें मुंबई, पुणे, सूरत, जयपुर, हैदराबाद और कोयंबटूर स्थित संपत्तियां शामिल हैं. प्रवक्ता ने कहा कि मेहुल चोकसी के गीताजंलि ग्रुप से जुड़े ठिकानों पर और साथ ही अन्य आरोपी कंपनियों के डायरेक्टरों और अन्य फैक्ट्रियों के साथ दफ्तरों, फैक्ट्री और आवासीय ठिकानों पर भी छापे पड़े हैं.

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इंटरपोल से ‘डिफ्यूजन नोटिस’ जारी करने का अनुरोध

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने इंटरपोल से ‘डिफ्यूजन नोटिस’ जारी करने का अनुरोध किया है. यह नोटिस किसी व्यक्ति का पता लगाने के लिए जारी किया जाता है. इंटरपोल की वेबसाइट के अनुसार, ‘‘यह (डिफ्यूजन) नोटिस के मुकाबले कम औपचारिक है, लेकिन इसका प्रयोग पुलिस जांच के संबंध में किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी या उसके ठिकाने का पता लगाने या अतिरिक्त संबंधित सूचना पाने के लिया किया जाता है.

डिफ्यूजन एक ऐसा नोटिस है जो एनसीबी (इस मामले में सीबीआई) द्वारा प्रत्यक्ष रूप से उसके पसंद के देशों या फिर इंटरपोल के सभी सदस्यों को जारी किया जाता है और इंटरपोल सूचना प्रणाली में इसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाता है.’’

उन्होंने कहा कि सीबीआई को यकीन है कि उसे नीरव मोदी और उसके परिवार के ठिकाने का पता चल जाएगा.

पंजाब नेशनल बैंक में 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोपी नीरव मोदी ने जनवरी के पहले सप्ताह में देश छोड़ा है. अधिकारियों ने बताया कि 46 वर्षीय नीरव मोदी के पास भारत का पासपोर्ट है और उसने एक जनवरी को देश छोड़ा है. वहीं बेल्जियम के नागरिक उसके भाई ने भी उसी दिन भारत छोड़ा है. हालांकि अभी तक यह ज्ञात नहीं है कि वे कहां गये हैं.

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PNB के अधिकारियों से सीबीआई ने की पूछताछ

इसके अलावा जांच एजेंसी ने पीएनबी के चार अधिकारियों बेचू तिवारी (नरीमन पॉइंट शाखा में फरवरी 2015-17 के दौरान मुख्य प्रबंधक), उप महाप्रबंधक संजय कुमार प्रसाद जो 2016-17 के दौरान ब्रैडी हाउस शाखा में सहायक महाप्रबंधक थे, जोनल ऑडिट कार्यालय में मुख्य प्रबंधक मोहिंदर कुमार शर्मा (जो नवंबर, 2015 से जनवरी, 2017 तक संयुक्त रूप से ऑडिटर भी थे), मनोज खराट (जो नवंबर, 2014 से दिसंबर, 2017 तक सिंगल विंडो ऑपरेटर थे) से पूछताछ की.

उन्होंने कहा कि उप महानिरीक्षक के तहत एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो इस मामले की जांच करेगी. अपनी शिकायत में पीएनबी ने आरोप लगाया है कि उसकी मुंबई की एक शाखा से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की कंपनियों को धोखाधड़ी से 11,400 करोड़ रुपये के 293 साख पत्र जारी किए गए हैं.

नई एफआईआर में चौकसी के अलावा गोकुल नाथ शेट्टी (पीएनबी के सेवानिवृत्त डीजीएम), मनोज खराट (उस समय पीएनबी के सिंगल विंडो अधिकारी), और कंपनियों गीतांजलि जेम्स लिमिटेड, गिली इंडिया, नक्षत्र ब्रांड लि. जैसी कंपनियों के निदेशक कृष्ण संगमेश्वरन, नाजुरा यश आंजनेय, दिनेश गोपालदास भाटिया, ए शिवरमन नायर और दिनेश ब्रजलाल सेठ शामिल है.

इसके अलावा एफआईआर में ज्योति भरत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकान्त कनू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वरांगे, मिहिल भास्कर जोशी और अज्ञात बैंक अधिकारियों का भी नाम है.

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