Advertisement

मुखौटै कंपनियों से सांठगांठ का आरोप, 26 चार्टेड अकाउंटेंट की जांच

मुखौटा कंपनियों से कथित संबंध के संदर्भ में 26 चार्टेड एकाउंटेंट की भूमिका की आईसीएआई जांच कर रहा है. सरकार कालाधन की समस्या से निपटने के तहत मुखौटा कंपनियों के खिलाफ लगातार कदम उठा रही है.

टैक्स चोरी और मनीलॉन्डरिंग के खिलाफ सरकार का बड़ा कदम टैक्स चोरी और मनीलॉन्डरिंग के खिलाफ सरकार का बड़ा कदम
राहुल मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST

मुखौटा कंपनियों की कथित रूप से मदद करने को लेकर कम-से-कम 26 चार्टेड एकाउंटेंट भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) की जांच के घेरे में है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा कि आईसीएआई लेखा पेशेवरों के लिये नियामक है और गड़बड़ी करने वाले सदस्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कदम उठाता है.

संस्थान के अध्यक्ष निलेश शिवजी विकमसे ने कहा कि मुखौटा कंपनियों से कथित संबंध के संदर्भ में 26 चार्टेड एकाउंटेंट की भूमिका की आईसीएआई जांच कर रहा है. सरकार कालाधन की समस्या से निपटने के तहत मुखौटा कंपनियों के खिलाफ लगातार कदम उठा रही है. इस क्रम में कई इकाइयां विभिन्न एजेंसियों की जांच के घेरे में आयी हैं, इसमें गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) शामिल हैं.

Advertisement

विकमसे ने कहा कि एसएफआईओ की तरफ से 26 चार्टेड एकाउंटेंट के नाम आयें हैं और उनके बारे में विस्तृत जानकारी जुटायी जा रही है. आईसीएआई नियमों के उल्लंघन को लेकर कड़े अनुशासनात्मक कदम उठाए जा सकते हैं. इसमें निलंबन तथा पंजीकरण तक रद्द किया जाना शामिल हैं.

क्या हैं मुखौटै कंपनियां?

मुखौटा कंपनियां संदिग्ध्य इकाइयां होती हैं जिनका उपयोग अवैध कोष को सफेद बनाने में किया जाता है. मुखौटा कंपनियों के जरिए दुनियाभर में टैक्स चोरी और मनीलॉन्डरिंग को अंजाम दिया जाता है.

गौरतलब है कि इससे पहले 22 जुलाई को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति के सीए रहे राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी ने पटियाला हाऊस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. इस चार्जशीट में राजेश अग्रवाल के सभी काले कारनामों का खुलासा किया गया है.

मोदी ने सीए को अर्थ जगत ऋषि-मुनि कहा

Advertisement

वहीं देश में जीएसटी लागू करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के एक कार्यक्रम के दौरान चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को बहलाते, समझाते, चेताते और फिर रास्ता दिखाते नजर आए थे. पीएम मोदी ने सीए के नए सिलेबस को लॉन्च किया था और ICAI को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा था कि जीएसटी देश की अर्थव्यवस्था में एक नई शुरुआत है. इसे सफल करने के लिए जरूरी है कि सीए समुदाय अपनी आर्थिक जिम्मेदारी के हिसाब से आचरण करे. पीएम मोदी ने सीए को अर्थजगत का ऋषि-मुनि भी कहा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement