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राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के द्वारा स्टिंग ऑपरेशन का सीडी और ऑडियो जारी करने के प्रकरण पर चुनाव आयोग ने स्पेशल ब्रांच के एडीजी अनुराग गुप्ता से जवाब मांगा है. आयोग ने इससे संबंधित पत्र सरकार को भेजा है. गृह विभाग ने पत्र को पुलिस मुख्यालय भेज दिया है.
आरोपों पर दें जवाब अनुराग: EC
आयोग ने एडीजी से पूछा कि है कि आप पर जो आरोप लगाये गये हैं, उस बाबत क्या कहना है? एडीजी को 12 अगस्त तक पत्र का जवाब देना है. गौरतलब है की जेवीएम, कांग्रेस और जदयू के नेताओं ने मुख्य
चुनाव आयुक्त से मिल कर राज्यसभा चुनाव में गड़बड़ी की शिकायत की थी. साथ ही ऑडियो-वीडियो की सीडी भी सौंपी थी. आरोप लगाया था कि सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर चुनाव को प्रभावित किया गया है. उन्होंने
मांग की थी कि मुख्यमंत्री रघुवर दास , मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता ने विधायक को मैनेज करने का काम किया, इसलिए राज्यसभा चुनाव को रद्द किया जाए.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि स्टिंग के जरिए आरोप लगाया गया है कि योगेन्द्र साव की पत्नी और कांग्रेस की विधायक निर्मला देवी का वोट हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास भी उनके घर गए थे. साथ ही इस संबंध में
झारखंड के ADGP अनुराग गुप्ता और सलाहकार अजय कुमार ने कई बार फोन भी किये थे.
इस मामले में पीआईएल भी है दर्ज
इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. याचिका दायर करनेवाले दुर्गा उरांव ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि CD में बीते राज्यसभा चुनाव में हार्स ट्रेडिंग के पुख्ता प्रमाण दर्ज हैं. बावजूद इसके
अब तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. याचिका में केंद्रीय चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेने का निर्देश देने की भी मांग की गई है. साथ ही मामले की जांच सीबीआई से करवाने का अनुरोध
किया गया है. गौरतलब है कि महीने भर पहले दो सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में झारखंड से भाजपा के दो उम्मीदवार मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्दार ने जीत दर्ज की थी.