
चुनाव आयोग से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने बीजेपी के दो विवादास्पद विज्ञापनों पर रोक लगा दी है. साथ ही बीजेपी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण भी मांगा है. आयोग ने दोनों विज्ञापनों को आपत्तिजनक पाया और तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया.
क्या था इन विज्ञापनों में
बीजेपी के एक विज्ञापन में इंडियन मुजाहिदीन, यासीन भटकल, तहसीन अख्तर जैसे आतंकियों को बिहार में पनाह देने का आरोप लगाया गया था. वहीं. दूसरे विज्ञापन में आरोप लगाया है कि दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की वकालत कर रहे हैं. चुनाव आयोग ने दोनों ही विज्ञापनों को बैन कर दिया है.
बिहार मुख्य चुनाव अधिकारी को 4 निर्देश
इसलिए लगाई रोक
इन विज्ञापनों को लेकर जेडीयू महासचिव केसी त्यागी की अगुआई में महागठबंधन ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. इन विज्ञापनों को ध्रुवीकरण करने वाला बताया था. बीजेपी को झटका ऐसे समय में लगा है जब बिहार चुनाव चौथे दौर में पहुंच गया है. सीमांचल के मुस्लिम बहुल वोट इस चुनाव की दिशा तय कर सकते हैं. चौथे दौर में 7 जिलों की 55 सीटों पर वोट पड़ेंगे.
कांग्रेस ने कहा- पीएम के खिलाफ केस हो
कांग्रेस ने विज्ञापनों पर रोक लगाने का
स्वागत किया है. साथ ही पीएम मोदी और अमित शाह से बिहार और देश से माफी
मांगने की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि
जाति के नाम पर ध्रुवीकरण कर वोट मांगने के लिए पीएम के खिलाफ आपराधिक
मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.