
3 जून यानी शनिवार को चुनाव आयोग ईवीएम चैलेंज आयोजित करने जा रहा है. इसके लिए आयोग जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है. पार्टियों के शक को दूर करने के लिए 3 राज्यों से 12 सीलबंद ईवीएम कड़े पहरे में दिल्ली मंगवाए गए हैं.
यहां से मंगवाई ईवीएम
चुनाव आयोग ने पंजाब के बठिंडा और पटियाला से तीन-तीन मशीनें मंगवाई हैं. बठिंडा के रामपुर फूल और बठिंडा ग्रामीण सीट से मशीनों को चुना गया है. इसके अलावा पटियाला के राजपुरा, गन्नौर और सनोर से भी मशीनें आई हैं. यूपी के गाजियाबाद के मुरादनगर और साहिबाबाद, गौतमबुद्ध नगर के नोएडा और दादरी से भी सीलबंद मशीनें ईवीएम चैलेंज के लिए मंगवाई गई हैं. साथ ही उत्तराखंड के देहरादून विधानसभा सीट से भी 2 मशीनें दिल्ली पहुंचाई गई हैं. इनमें बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट भी शामिल हैं.
महज 2 पार्टियां होंगी शरीक
हालिया विधानसभा चुनावों के बाद कई पार्टियों ने ईवीएम हैक होने की आशंका जताई थी. पिछले महीने हुई सर्वदलीय बैठक में चुनाव आयोग ने पार्टियों का ये शक दूर करने की कोशिश की थी. लेकिन पार्टियों की मांग पर 3 जून को ओपन चैलेंज का ऐलान किया था. हालांकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई पार्टियां चैलेंज के लिए तय नियमों से रजामंद नहीं हैं. कुल मिलाकर सिर्फ एनसीपी और सीपीएम ईवीएम चैलेंज में हिस्सा लेंगी. इन पार्टियों के अलावा सिर्फ आरजेडी ने चैलेंज में शामिल होने की अर्जी दी थी, जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था.
आम आदमी पार्टी का अपना 'हैकाथन'
ईवीएम पर सवाल उठाने वाली पार्टियों में आम आदमी पार्टी अग्रणी थी. पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने विधानसभा के भीतर ईवीएम से छेड़छाड़ साबित करने का दावा किया था. हालांकि पार्टी चुनाव आयोग के चैलेंज के लिए तय नियमों से सहमत नहीं है. पार्टी का कहना है कि वो खुद का ईवीएम चैलेंज आयोजित करेगी.