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भाजपा की कठपुतली की तरह काम कर रहा है चुनाव आयोग: कांग्रेस

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त ए के जोति पर आरोप लगाया कि वह मोदी के प्रधान सचिव की तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सरकार के समक्ष दंडवत हो गया है.

रणदीप सिंह सुरजेवाला रणदीप सिंह सुरजेवाला
रोहित
  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:14 PM IST

कांग्रेस ने आज चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘रोड शो’ के बाद उन पर कार्रवाई न कर आयोग भाजपा की कठपुतली’ की तरह काम कर रहा है.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त ए के जोति पर आरोप लगाया कि वह मोदी के प्रधान सचिव की तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सरकार के समक्ष दंडवत हो गया है.

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उन्होंने यहां पार्टी में गुजरात के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में पराजय का सामना करने की आशंका से हताश प्रधानमंत्री ने भाजपा के झंडों के साथ एक रोडशो किया तथा संविधान एवं चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग सत्तारूढ़ भाजपा की ‘कठपुतली एवं मोर्चा संगठन’ है क्योंकि वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

गहलोत ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी द्वारा जिस प्रकार से वोटिंग के दौरान खुले रुप से रोड़ शो किया गया है, ये पूरी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन है. जब देश के प्रधानमंत्री स्वयं ही ये काम करेंगे तो बाकि लोग क्या प्रेरणा लेंगे?’ उन्होंने दावा किया, ‘लगता है कि चुनाव आयोग पूरी तरह से प्रधानमंत्री और पीएमओ के दबाव में काम कर रहा है.’ सुरजेवाला ने कहा, ‘यह देश के लिए एक दुखद दिन है क्योंकि चुनाव आयोग ने संविधान की अवमानना की है.’ कांग्रेस नेता ने कठोर शब्दों में कहा, ‘सीईसी (मुख्य चुनाव आयुक्त) प्रधानमंत्री के पीएस (निजी सचिव) की तरह काम कर रहे हैं.’ विपक्षी दल द्वारा चुनाव आयोग एवं मोदी पर यह हमला किए जाने से पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी को गुजराती टीवी चैनलों को साक्षात्कार देकर आदर्श आचार संहिता का ‘प्रथम दृष्टया’ उल्लंघन करने के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

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चुनाव आयोग ने राहुल से 18 दिसंबर की शाम तक जवाब देने को कहा है और ऐसा नहीं होने पर आयोग उनको संदर्भित किए बिना मामले का निर्णय करेगा.

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