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यूपी चुनाव: पहले दौर की अधिसूचना जारी

पहले चरण की वोटिंग 11 फरवरी को होगी. इस फेज में पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बहुल इलाकों के 15 जिलों की कुल 73 सीटें दांव पर होंगी. उम्मीदवार 24 जनवरी तक नामांकन दाखिल कर पाएंगे. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी. नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 27 जनवरी है.

यूपी चुनाव के लिए पहले दौर की अधिसूचना जारी यूपी चुनाव के लिए पहले दौर की अधिसूचना जारी
BHASHA
  • दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 3:38 PM IST

यूपी के चुनावी दंगल का विधिवत आगाज हो गया है. चुनाव आयोग ने पहले चरण की अधिसूचना जारी कर दी है. इसके साथ ही मंगलवार को 11 बजे से पहले दौर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

पहले दौर की प्रक्रिया
पहले चरण की वोटिंग 11 फरवरी को होगी. इस फेज में पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बहुल इलाकों के 15 जिलों की कुल 73 सीटें दांव पर होंगी. उम्मीदवार 24 जनवरी तक नामांकन दाखिल कर पाएंगे. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी. नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 27 जनवरी है.

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इन जिलों में होगी वोटिंग
पहले दौर में में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों में मतदान होगा. इस चरण में सांप्रदायिक दंगों के बाद मुजफ्फरनगर और शामली के मुस्लिम मतदाताओं के रुझान पर सियासी पंडितों की नजर होगी. साल 2014 के आम चुनाव में बीजेपी ने इन इलाकों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.

मायावती के लिए इम्तिहान
पहले दौर के चुनाव को बीएसपी अध्यक्ष मायावती के लिए खास तौर पर कड़ी परीक्षा की तरह देखा जा रहा है. इस बार बीएसपी की उम्मीदें दलित-मुस्लिम वोट बैंक पर टिकी हैं. पार्टी ने इस बार सबसे ज्यादा 97 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. पहले दौर का चुनाव ही तय करेगा कि मायावती की रणनीति किस हद तक कारगर साबित होगी.

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एसपी बचा पाएगी वर्चस्व?
पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पश्चिमी यूपी की 136 सीटों में से 58 पर कब्जा किया था. वहीं बीएसपी के हिस्से 39 सीटें आई थीं. सवाल बरकरार है कि क्या अंदरूनी फूट के बाद समाजवादी पार्टी मुस्लिम वोट बैंक को बचा पाएगी?

पहले दो चरणों की वोटिंग मतदाताओं, खासकर अल्पसंख्यकों के रुख को तय कर सकता है. इन्हीं चरणों से पता चलेगा कि असल मुकाबला बीजेपी या समाजवादी पार्टी के बीच है या फिर बीजेपी और बीएसपी के बीच. मुमकिन है कि इस बार के चुनाव में तीनों पार्टियों के बीच त्रिकोणीय टक्कर हो. पहले चरण में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी असर डाल सकती है. राज्य में 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच सात चरणों में मतदान होगा.

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