
फ्रांस में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 39 वर्षीय एमानुएल मैक्रोन को देश का सबसे युवा राष्ट्रपति चुना गया है. रविवार को हुए दूसरे चरण के चुनाव में मैक्रोन ने अपनी प्रतिद्धंदी और धुर दक्षिणपंथी रुझानों वाली मरीन ली पेन को मात दे दी. चुनाव में मैक्रोन को 65.5 से 66.1 प्रतिशत के करीब वोट मिले, जबकि मरीन ली पेन को 33.9 से 34.5 प्रतिशत के करीब वोट मिले. मैक्रोन ने अपनी जीत को फ्रांस के लिए नई उम्मीदों और विश्वास से भरे अध्याय की शुरूआत बताया है.
कौन हैं एमानुएल मैक्रोन
बैंकर से राष्ट्रपति चुने गए मैक्रोन तीन साल पहले तक फ्रांस की राजनीति का एक अनजान चेहरा थे. वह फ्रांस्वा ओलांद सरकार में वित्त मंत्री रहे और अगस्त 2016 में मैक्रोन ने अपनी नई सियासी मुहिम 'इन मार्श' शुरू की. इसके चार महीने बाद सरकार से इस्तीफा देकर राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा की. जब उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की तो उनका मजाक उड़ाया गया और उन्हें नौसिखिया तक कहा गया. उनकी पहचान एक उदारवादी नेता के रूप में है और खुले तौर पर यूरोपीय यूनियन समर्थक हैं.
मैक्रोन का जन्म 21 दिसंबर 1977 को फ्रांस के एमियेंज में हुआ. फिलोसोफी से छात्र रहे एमानुएल साल 2004 में ग्रेजुएट होने के बाद इनवेस्टमेंट बैंकर बन गए. 2006 से 2009 के बीच वो सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य रहे. 2012 में पहली बार जब फ्रांस्वा ओलांद की सरकार बन तब मैक्रोन को डिप्टी सेक्रेटरी जनरल चुना गया. 2014 में मैक्रोन ने वित्त मंत्री का जिम्मा संभाला. अगस्त 2016 में सरकार से इस्तीफा देकर राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की.
जीत पर दुनियाभर से बधाई
राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत पर मैक्रोन की प्रतिद्धंदी मरीन ली पेन ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा कि मैक्रोन के सामने बड़ी चुनौतियां हैं और वो इनसे निपटने में सफल होंगे ऐसी कामना है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा कि फ्रांस के अगले राष्ट्रपति के रूप में मिली बड़ी जीत पर मैक्रोन को, वो उनके साथ काम करने को लेकर उत्सुक हैं. ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की ओर से डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री निर्वाचित राष्ट्रपति मैकरॉन को उनकी चुनावी जीत पर बधाई. उन्होंने कहा कि फ्रांस हमारा करीबी सहयोगी है और हम नये राष्ट्रपति के साथ काम करने को बहुत उत्सुक हैं.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद मैक्रोन यूरोप के सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरे हैं. इस जीत के साथ ही अब मैक्रोन के सामने फ्रांस और यूरोपीय संघ के राजनीतिक और आर्थिक सुधार का बेहद महत्वपूर्ण एजेंडा होगा. चुनाव परिणाम का असर पूरी दुनिया पर होगा. मुख्य रूप से ब्रसेल्स और बर्लिन को चुनावी नतीजों से राहत मिली है क्योंकि मरीन ली पेन की हार के साथ ही उनके यूरोपीय संघ विरोधी और वैश्वीकरण विरोधी अभियानों की हार हो गयी है.