
दिल्ली महिला आयोग में कॉन्ट्रैक्ट के तहत काम करने वाले एम्प्लॉइज ने काली पट्टी बांध कर तीन महीने से सैलरी नहीं मिलने का विरोध जताया. दरअसल दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर पूर्व डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने भर्ती और वेतनमान में नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था.
जिसके तहत एंटी करप्शन ब्यूरो मामले की छान-बीन कर रहा है. लेकिन इसी छान-बीन के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने आयोग में एक नई मेंबर सेक्रेटरी को नियुक्त किया. स्वाति मालीवाल का आरोप है कि नई मेंबर सेक्रेटरी के आने के बाद से लगभग 80 कॉन्ट्रेक्ट एम्पलॉइ की सैलरी रोक दी गई.
महिला आयोग की जिन कॉन्ट्रैक्ट एम्प्लॉइज को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा है, उसमें एसिड विक्टिम, ऑर्फन जैसे एम्प्लॉइज भी शामिल है. महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के मुताबिक, 'महिला आयोग में काम करने वाले कॉन्ट्रैक्ट के एम्प्लॉइज ही 181, मोबाइल हेल्पलाइन, क्राइसिस इंटरवेनशन सेल(सीआईसी), रेप क्राइसिस सेल(आरसीसी) जैसे प्रोग्राम चला रहे हैं.
अगर इन एम्पलॉइज ने काम करना बंद कर दिया तो दिल्ली महिला आयोग पर ताला लग जाएगा. क्योंकि आयोग में सिर्फ 20 सरकारी एम्प्लॉइज हैं जो सिर्फ प्रशासनिक काम देखते हैं. इनमें से मात्र 3 महिला कर्मचारी हैं. लिहाजा वेतन नहीं मिलने से इन कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.'
आयोग के कई एम्पलॉइज का कहना है कि वे सैलरी न मिलने की वजह से वे बहुत परेशान हैं. पर वे जब तक हो सकेगा काम बंद नहीं कर करेंगे क्योंकि यहां रोजाना सैंकड़ो पीड़ित महिलाएं और लड़कियां सहायता के लिए आती हैं, अगर ऐसे में आयोग के लोगों ने काम करना बंद कर दिया तो पीड़ित महिलाओं को मदद नहीं मिलेंगी और दिक्कतें बढ़ जाएंगी. लिहाजा एम्पलॉइज ने काली पट्टी बांध कर काम करने का फैसला किया है.