
यूपी के रायबरेली जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के मामा चौराहे पर पुलिस के साथ असलहा तस्करों की मुठभेड़ हो गई. इस में स्वाट टीम के एक सिपाही और एक बदमाश घायल हो गए हैं. पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया है. घटनास्थल से पुलिस ने करीब 7 पिस्टल और 10 मैगजीन बरामद की है.
जानकारी के मुताबिक, मुखबिर की सूचना पर असलहा तस्करों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाश फायरिंग कर भागने लगे. पुलिस टीम ने बदमाशों का पीछा किया. नजरवा तालाब के पास मुठभेड़ हो गई. इसमें पुलिस स्वाट टीम के सिपाही भूपेश के हाथ में गोली लग गई. एक बदमाश लाल साहब के पैर में गोली लगी.
बदमाश का एक साथी मौके से फरार हो गया. पुलिस को मौके से 7 पिस्टल और 10 मैगजीन बरामद हुई है. घायल बदमाश और सिपाही को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस की माने तो अवैध असलहों के तस्करी की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस और स्वाट टीम को लगाया गया था.
बताते चलें कि यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ द्वारा अपराधियों के खिलाफ शुरू किया गया अभियान बदस्तूर जारी है. पुलिस 'ऑपरेशन ऑलआउट' के तहत अब तक 50 से अधिक बदमाशों को मार चुकी है. हाल ही में मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुकीम काला गैंग के कुख्यात अपराधी रेहान को मार गिराया था.
रेहान पर 50 हजार का इनाम था. उसके खिलाफ 15 से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या और हत्या की कोशिश जैसे संगीन मामले भी हैं. रेहान मोटरसाइकिल पर अपने एक दोस्त के साथ अपने खिलाफ एक केस की गवाह की हत्या की फिराक में था. रेहान पिछले साल 15 दिसंबर को भी इस महिला पर जानलेवा हमला कर चुका था.
योगी ने सूबे की कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस को एनकाउंटर करने की खुली छूट दी हुई है. सूबे में पिछले एक साल में पुलिस और अपराधियों के बीच 1200 एनकाउंटर में 50 ख़तरनाक अपराधी ढेर किए जा चुके हैं. इसके अलावा करीब 2000 से ज्यादा अभियुक्त गिरफ्तार हुए हैं.
सत्ता में आते ही योगी ने कहा था कि गुंडे और बदमाश यूपी छोड़कर चले जाएं , नहीं तो जेल जाने के लिए तैयार रहें. अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाइयों का ही नतीजा है कि अपराधी खुद थाने पहुंचकर सरेंडर कर रहे हैं. पुलिस को बाकायदा शपथ-पत्र दे रहे हैं कि आगे से वे किसी तरह के अपराध में संलिप्त नहीं रहेंगे.
मुकेश कुमार