
कप्तान हैरी केन की शानदार हैट्रिक और जॉन स्टोन्स के दो गोलों की बदौलत इंग्लैंड ने गोलों की बारिश करते हुए रविवार को फीफा वर्ल्ड कप के ग्रुप-जी के मैच में पनामा को 6-1 से करारी शिकस्त देकर अंतिम-16 में प्रवेश कर लिया.
इंग्लैंड की दो मैचों में यह लगातार दूसरी जीत है. इंग्लैंड के अब छह अंक हो गए हैं और वह बड़ी जीत के साथ वर्ल्ड कप के अगले दौर में पहुंच गया है.
केन ने मैच में हैट्रिक लगाई और अब इस वर्ल्ड कप में उनके पांच गोल हो गए हैं. केन वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले इंग्लैंड के तीसरे खिलाड़ी बने हैं. वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. केन इस वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं.
इंग्लैंड ने शुरू से ही मैच में अपना दबदबा बनाए रखा और पनामा को बैकफुट पर रखा. आठवें मिनट में ही इंग्लैंड के हिस्से कॉर्नर आया जिसे स्टोन्स ने हेडर के जरिए गोल में बदल इंग्लैंड के गोल करने के सिलसिले को शुरू किया.
मैनचेस्टर सिटी के लिए खेलने वाले स्टोन्स का यह पहला इंटरनेशनल गोल है. मैच के 10वें मिनट में पनामा के अरमांडो कूपर को येलो कार्ड मिला जो टूर्नामेंट में उनका दूसरा येलो कार्ड था और अब वह ट्यूनीशिया के खिलाफ तीसरे मैच में पनामा के लिए नहीं खेल पाएंगे.
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इंग्लैंड लगातार पनामा के घर में आक्रमण कर रही थी. इसी बीच 20वें मिनट में पनामा के खिलाड़ी फिडेल इस्कोबर ने बॉक्स के अंदर जेसे लिंगार्ड को गिराया जिस पर रेफरी ने इंग्लैंड को पेनाल्टी दी. 22वें मिनट में कप्तान केन ने इस पेनाल्टी को गोल में बदलकर इंग्लैंड को 2-0 से आगे कर दिया.
केन इंग्लैंड के तीसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने किसी एक वर्ल्ड कप में तीन या उससे ज्यादा गोल किया है. इससे पहले रोजर हंट ने 1966 में और गेरी लिनेकर ने 1986 में इंग्लैंड के लिए तीन या उससे ज्यादा गोल किए थे.
36वें मिनट में लिंगार्ड ने स्टेरलिंग से मिली गेंद को नेट में डाल इंग्लैंड को 3-0 से आगे कर दिया. 1966 की विजेता यहीं नहीं रुकी. लगातार आक्रमण के बीच 40वें मिनट में उसे फ्री किक मिली और कीरान ट्रिपिर के इस शॉट को स्टोन्स ने हेडर से नेट में डाला इंग्लैंड का इस मैच में चौथा और अपना दूसरा गोल किया.
सन् 1966 के वर्ल्ड कप के बाद से यह पहला मौका जब इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप में चार गोल किए हैं. मैच के पहले हाफ के इंजुरी समय में इंग्लैंड को एक बार फिर पेनाल्टी मिली जिस पर केन ने मैच का अपना दूसरा और टूर्नामेंट का चौथा गोल कर इंग्लैंड के गोलों की संख्या 5-0 तक पहुंचा दिया. वर्ल्ड कप के इतिहास में यह पहली बार है जब इंग्लैंड ने पांच गोल किए हैं.
दूसरे हाफ में 62वें मिनट में केन ने गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी की और इंग्लैंड के गोलों की संख्या छह कर दी. अपना पहला वर्ल्ड कप खेली रही पनामा ने गोल करने के ऐतिहासिक मौके ढूंढने शुरू कर दिए. पनामा को आखिरकार यह मौका तब मिला जब 37 साल के फेलिपे बालोय ने 78वें मिनट में गोल किया. वर्ल्ड कप में पनामा का यह पहला गोल है.
मैच के 90वें मिनट में स्टोन्स अपनी हैट्रिक पूरी करने से चूक गए. इसके बाद मैच में चार मिनट का और अतिरिक्त समय जोड़ा गया. लेकिन इसके बाद और कोई गोल नहीं हो सका और इंग्लैंड ने 6-1 से मुकाबला जीत लिया.