
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के वाराणसी ऑफिस ने संविदा आधारित कर्मचारियों की शिकायत पर सख्त कदम उठाए हैं. संगठन ने संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपतियों सहित डीजल इंजन रेल कारखाना के एमडी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.
कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने कहा
संगठन ने नोटिस में कहा है कि हर हाल में संविदा आधारित कर्मचारियों का भविष्य निधि जमा कराना सुनिश्चित किया जाए. ईपीएफओ के रीजनल कमिश्नर उपेंद्र प्रताप सिंह ने वाराणसी के इन चारों बड़े संगठनों को भेजे नोटिस में कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने की बात कही है.
नियोक्ताओं को याद दिलाई कानूनी जिम्मेदारी
कर्मचारियों को उनके वाजिब हक दिलाने के सरकारी नियमों का हवाला देते हुए सोमवार को भेजे गए नोटिस में ईपीएफओ ने साफ तौर पर नियोक्ताओं को कानूनी जिम्मेदारी की याद दिलाई है. साथ ही कर्मचारियों को नियमों के अनुकूल लाभ नहीं दिए जाने की जानकारी मिलने की बात भी कही गई है.