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एक शख्स जिसने दुनिया को पहचान के संकट से उबारा...

मशहूर साइकोलॉजिस्ट एरिक एरिक्सन को दुनिया एक ऐसे शख्स के तौर पर जानती है जिसने आइडेंटिटी क्राइसिस को सुुलझाने में अहम भूमिका निभायी. वे साल 1902 में आज ही जन्मे थे.

Erik Erikson Erik Erikson
विष्णु नारायण
  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2016,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST

हमारी दुनिया में अब-तक एक से बढ़ कर एक दिग्गज हुए हैं जिन्होंने चिकित्सा के माध्यम से हमारी दुनिया को और भी अधिक सुरक्षित करने में अहम भूमिका निभाई है. अपने जमाने के मशहूर साइकोलॉजिस्ट एरिक एरिक्सन भी कुछ ऐसे ही शख्सियत रहे हैं. उन्होंने आइडेंटिटी क्राइसिस को समझने-बूझने के लिए पूरी दुनिया को एक दृष्टि दी. वे साल 1902 में आज ही जन्मे थे.

1. उन्हें साइकोलॉजिकल डेवलपमेंट और आइडेंटिटी क्राइसिस की अवधारणा के लिए जाना जाता है.

2. वो बॉस्टन के पहले चाइल्ड एनलिस्ट थे.

3. उन्हें गांधी ट्रूथ किताब के लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया.

4. ए रिव्यू ऑफ जनरल साइकोलॉजी सर्वे में उन्हें 20वीं सदी के शीर्ष मनोवैज्ञानिकों में 12वां स्थान दिया गया.

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