
दिल्ली सरकार का ऑड-इवन फॉर्मूला तय हो गया है. दिल्ली में विषम नंबर वाली कारें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को चलेंगी जबकि सम नंबर वाली कारें मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलेंगी. जबकि रविवार को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि सरकार पीसीआर वैन, दमकल वाहन, एंबुलेंस जैसी आपात स्थिति से निपटने वाले वाहनों को ही राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर चलने की इजाजत देगी. पीडब्ल्यूडी एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शहर के जहरीले वायु को दूर करने के लिए सख्त उपाय किए जाने की जरूरत है और सम-विषम नंबर का फॉर्मूला सभी मंत्रियों और नौकरशाहों पर भी राष्ट्रीय राजधानी में लागू होगा.
ट्रायल के तौर पर लागू होगा फॉर्मूला
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा था कि यदि लोगों को समस्या होगी तो सरकार 10-15 दिनों में इस कदम को रोक देगी. जैन ने बताया, ‘सम-विषम नंबर का फॉर्मूला सभी मंत्रियों और अधिकारियों पर भी लागू होगा. मैं भी इस पर अमल करूंगा और कारपूलिंग सेवा लूंगा.’ मंत्री ने सरकार के इस फॉर्मूले पर लोगों से सुझाव भी मांगा है.
जनरेटरों पर भी सरकार की नजर
जैन ने यह भी कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण में एक अहम भूमिका निभाने वाले निजी कंपनियों द्वारा जनरेटर के धड़ल्ले से इस्तेमाल पर भी कुछ करेगी.
उन्होंने कहा, ‘हम बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.’
केजरीवाल सरकार के इस फॉर्मूले के मुताबिक राजधानी में एक दिन सम तो दूसरे दिन विषम नंबर प्लेट की गाड़ियां चलेंगी. इसका मतलब होगा एक झटके में राजधानी की सड़कों पर गाड़ियों की संख्या आधी कर देना. ये फैसला 1 जनवरी से लागू करने की योजना है.