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बिहारः बेटी से गैंगरेप, इंसाफ दिलाने के लिए भटक रहा पूर्व CRPF जवान

एक पूर्व सीआरपीएफ जवान, जिसने न जाने कितने बदमाशों से बहन-बेटियों की आबरू को तार-तार होने से बचाया था. आज वहीं बेबस जवान अपनी गैंगरेप पीड़िता बेटी के लिए इंसाफ की मांग कर रहा है. मगर लाचार प्रशासनिक व्यवस्था और पुलिस के उदासीन रवैये के आगे इंसाफ की गुहार लगा रहे जवान का हौसला अब दम तोड़ रहा है.

20 फरवरी को बेटी के साथ बदमाशों ने किया था गैंगरेप 20 फरवरी को बेटी के साथ बदमाशों ने किया था गैंगरेप
सुजीत झा
  • गया,
  • 03 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST

एक पूर्व सीआरपीएफ जवान, जिसने न जाने कितने बदमाशों से बहन-बेटियों की आबरू को तार-तार होने से बचाया था. आज वहीं बेबस जवान अपनी गैंगरेप पीड़िता बेटी के लिए इंसाफ की मांग कर रहा है. मगर लाचार प्रशासनिक व्यवस्था और पुलिस के उदासीन रवैये के आगे इंसाफ की गुहार लगा रहे जवान का हौसला अब दम तोड़ रहा है.

मामला बिहार के गया का है. एक सीआरपीएफ जवान 15 साल पहले अपने रिटायरमेंट के बाद अपने परिवार के साथ यहां घर बनाकर सुकून से रहने लगे. इस बीच इलाके में बढ़ती आपराधिक वारदातों और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं का विरोध करते हुए उन्होंने कई बदमाशों को सबक सिखाया. मगर उन्हें क्या पता था कि एक दिन उनकी बेटी को ही उनकी भलाई की कीमत चुकानी पड़ेगी.

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फेयरवेल में हिस्सा लेने स्कूल गई थी पीड़िता
पीड़ित पिता और पूर्व जवान ने बताया कि 20 फरवरी को बदमाशों ने उनकी बेटी के साथ उस वक्त गैंगरेप किया, जब वह स्कूल में फेयरवेल के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गई थी. उन्होंने बताया, उनकी बेटी की एक सहेली उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई, जहां सहेली के भाई समेत चार लोगों ने उनकी बेटी के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया.

झाड़ियों में फेंककर फरार हो गए आरोपी
गैंगरेप के बाद ऑटो में सवार होकर आरोपी खून से लथपथ पीड़िता को झाड़ियों में फेंककर फरार हो गए. पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज तो कर लिया लेकिन पुलिस इस केस को गैंगरेप न बताते हुए रेप का मामला बता रही है. गया की एसएसपी गरिमा मलिक की मानें तो इस केस में एक ही आरोपी है, जिसे पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

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इंसाफ के लिए चक्कर काट रहे हैं पीड़िता के पिता
पीड़िता के पिता इंसाफ के लिए पुलिस महकमे से लेकर हुक्मरानों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन के उदासीन रवैये के आगे जवान का वो हौसला फीका पड़ता जा रहा है, जिसके सहारे उसने कभी कई बहन-बेटियों की इज्जत को लुटने से बचाया था. बेबस पिता का आरोप है कि पुलिस इस केस में निर्भया कानून के तहत भी कार्रवाई नहीं कर रही है.

पुलिस की नाक के नीचे चल रहे हैं अवैध धंधे
बताते चलें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का घर गया के इसी इलाके में है. इलाके में शराब माफिया बेखौफ होकर अवैध धंधों को अंजाम दे रहे हैं. जिस्मफरोशी का गोरखधंधा भी पुलिस की नाक के नीचे चलाया जा रहा है. बदमाशों की बढ़ती आवाजाही से इलाके के लोगों का जीना मुहाल हो गया है. राह चलते लड़कियों के साथ छेड़खानी, चोरी, डकैती, लूटपाट की वारदातें हर दिन बढ़ती जा रही हैं.

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