
इंडिया टुडे पर करन थापर को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होम्योपैथी विभाग में कोई सेक्शन अधिकारी नहीं हैं, उन्हें असहिष्णुता पर बात करनी चाहिए. शौरी ने कहा कि पीएम मोदी को असहिष्णुता का सबसे बड़ा शिकार कहना बहुत खतरनाक हो सकता है. शौरी ने शायराना अंदाज में कहा-
तुझसे पहले जो यहां तख्तानसीं था उसको भी खुद पे खुदा होने को यकीन था...
प्रधानमंत्री के बर्ताव ने उन्हें लालू के स्तर पर ला दिया है और नीतीश कुमार को एक राजनेता बना दिया है. प्रदर्शनकारियों को पागल कहना सही नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि इस प्रदर्शन में राव, रघुराम राजन, भार्गव और एडमिरल रामदास जैसे बुद्धिजीवी शामिल हैं.
पीएम ने नहीं निभाई अपनी जिम्मेदारी
दादरी कांड पर पीएम की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए शौरी ने कहा कि पीएम मोदी बिना बात के ट्वीट पर ट्वीट कर सकते हैं, लेकिन दादरी की घटना पर चुप हैं. पीएम अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाने में नाकाम साबित हुए हैं और उन्होंने अपने पद की शपथ का उल्लंघन किया है.
शौरी ने दादरी कांड के बाद केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के जन्मदिन, जेम्स कैमरन के जन्म दिन, मक्का में भगदड़ और अंकारा विस्फोट जैसे मुद्दों पर मोदी के ट्वीट का हवाला दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने हरियाणा में दो दलित बच्चों की हत्या जैसी घटनाओं पर चुप्पी साधे रखी. वह चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उनकी पार्टी के सहकर्मी और मंत्री इस मुद्दे को जीवंत रखे हुए हैं.
मोदी की चुप्पी राजनीतिक
यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी की चुप्पी राजनीतिक है, उन्होंने कहा, ‘ मुझे ऐसा लगता है. आप दोनों रास्ते पर नहीं चल सकते. आप बहुत मजबूत नेता हैं, लेकिन आप अपने सदस्यों को नियंत्रित नहीं कर सकते.’ पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम पर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कलाम जिस मकान में रहे थे, उसे शर्मा को आवंटित करना ‘लोगों के मुंह पर थूकने जैसा है.’
भारत को बनाया जा रहा पाकिस्तान
अरुण शौरी ने कहा कि पीएम भारत को पाकिस्तान बना रहे हैं क्योंकि उनके लिए बिहार चुनाव जीतना भारत के भविष्य से ज्यादा महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान की तरह भारत में सामाजिक संघर्ष को धमकाया जा रहा है.