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एक्सक्लूसिव: बालाकोट एयर स्ट्राइक का नाम था 'ऑपरेशन बंदर', जानें क्या है हनुमान कनेक्शन

पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बमबारी की थी. भारतीय वायुसेना ने इस एयर स्ट्राइक को बेहद गोपनीय रखा था और इसकी गोपनीयता को बनाए रखने के लिए इसका कोडनेम दिया था-ऑपरेशन बंदर.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
मंजीत नेगी
  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2019,
  • अपडेटेड 5:27 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी. भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया था और इस ऑपरेशन का कोडनेम दिया था- ऑपरेशन बंदर.

माना जा रहा है कि हनुमान के नाम पर इस ऑपरेशन का नाम बंदर रखा गया था. जिस तरह हनुमान ने रावण की लंका में घुसकर लंकादहन किया था, वैसे ही भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों पर बम फोड़े थे. रक्षा सूत्रों के मुताबिक इस साल फरवरी में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बेहद गोपनीय तरीके से एयर स्ट्राइक की गई थी. इस ऑपरेशन की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए भारतीय वायुसेना ने इसका कोडनेम ऑपरेशन बंदर दिया था.

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ऑपरेशन बंदर इतना गोपनीय रखा गया था कि पाकिस्तान को उस समय तक इसकी भनक नहीं लगी, जब तक की भारतीय वायुसेना के मिराज विमान अपने मिशन को अंजाम देकर भारतीय क्षेत्र में वापस नहीं लौट आए. जब पाकिस्तान को इसकी जानकारी लगी, तो वह बौखला गया था. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में हवाई हमला किया था, जिसका भारतीय वायुसेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया था.

इस हवाई भिड़ंत में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. इस दौरान भारतीय वायुसेना का विमान मिग-21 हादसे का शिकार हो गया था और इसको उड़ा रहे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में पहुंच गए थे. वहां उन पर पाकिस्तानियों ने हमला कर दिया था और फिर पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया था. हालांकि भारत के दवाब के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा था और भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करना पड़ा था.

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गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए बालाकोट एयरस्ट्राइक का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि भारत ने पहले सर्जिकल स्ट्राइक और फिर पुलवामा आतंकी हमले के बाद एयर स्ट्राइक करके अपने इरादे और क्षमता का परिचय दिया है. साथ ही राष्ट्रपति ने यह कहा था कि भविष्य में भी देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव कदम उठाए जाएंगे.

आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले के बाद ही भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी. भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में 250 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही है. इन घटनाओं के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भी काफी देखने को मिला.

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