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सऊदी अरब में फंसे भारतीयों के बीच सऊदी के डायरेक्टर जनरल (श्रम) अब्दुल्लाह बिन मोहम्मद अलोलायन और भारत के विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह शुक्रवार को जब जेद्दा में फंसे वर्कर से मिलने सोजैक्स कैंप जेद्दा पहुंचे तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई. वहां मौजूद लोगों ने वीके सिंह जिंदाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, सुषमा स्वराज जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. वही कुछ फंसे भारतीय वर्कर ने भारत लौटने से इनकार कर दिया.
घर जाने के लिए भी नहीं हैं पैसे
आठ महीने से सैलरी नहीं मिलने के कारण जेद्दा में फंसे कामगार भारी कर्ज में डूबे हुए हैं. जेद्दा में फंसे राजस्थान के कुमान सिंह ने 'आज तक' से कहा, 'सरकार ने हमारी मदद की और वीके सिंह साहब यहां आए इसलिए उनको हम शुक्रिया कहते हैं लेकिन आठ महीने से हमें सैलरी नहीं मिली और हम और हमारे घरवालों के ऊपर लाखों रुपये की उधारी है. घर जाते ही उधार देने वाले हमारे घर आ जाएंगे, हम किस उम्मीद पर घर जाएंगे, अगर हमें यहां से दिल्ली ले जाकर छोड़ दिया जाता है, तो वहां से अपने घर जाने तक के पैसे नहीं है हमारे पास.
खा रहे हैं उधार की रोटी
कुमान ने कहा, 'हम लोग आठ महीने से यहां उधार मांग-मांग कर खा रहे हैं और उधर भारत में हमारे घरवाले भी उधार मांग-मांग कर घर का काम चला रहे हैं. हमारे बच्चों ने पैसे के अभाव में पढ़ाई छोड़ दी है. इसलिए हमारा वीके सिंह से आग्रह है कि पहले हमारी कंपनियों के ऊपर जो हमारा बकाया है, उसे दिलाएं फिर हम उनके साथ घर जाएंगे.'
सरकार ने मदद के लिए बढ़ाया हाथ
आपको बता दें कि करीब 10 हजार भारतीय सऊदी अरब में फंसे हुए हैं. इनकी मुश्किलों को सबसे पहले 'आज तक' पर दिखाया गया जिसके बाद भारत सरकार उनकी मदद को आगे आई. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मदद की पहल के बाद वीके सिंह जेद्दा पहुंचे हैं.