
मोदी सरकार अपनी पहली सालगिरह मना चुकी है. अपने एक साल के कार्यकाल की
उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने की जोरदार तैयारियों में लगी है. केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा से खास बातचीत में हमने जानने की कोशिश की
सरकार की आगे की दिशा और दशा के बारे में.
सरकार के एक साल पूरे होने पर क्या आपको लगता है जिन अच्छे दिनों का वादा किया गया था उस तरफ देश बढ़ा है?
जी बिल्कुल. अच्छे दिन आ गए हैं . जितने भी सर्वे हुए हैं उनमें जनता इसे मान भी रही है. 60 फीसदी लोग कह रहे हैं कि अच्छा काम हुआ है. एक वर्ष में पांच से छह बड़ी उपलब्धियां हैं. किसान भाईयों के लिए कृषि सिंचाई योजना, साइल हेल्प कार्ड शुरू किया गया. जनता का जो विश्वास सरकार पर से उठ गया था उसे हमने वापस स्थापित किया है.
सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वह कॉर्पोरेट को अधिक तरजीह दे रही है?
प्रधानमंत्री ने 20 मई 2014 को सेंट्रल हाल में कहा था कि यह गरीबों की सरकार है और आजतक हम उसी एजेंडे पर काम कर रहे है. जिन लोगों ने यह आरोप लगाया है उनके इरादों में खोट है. यह सरकार किसानों के हित में और युवाओं को रोजगार दिलाने का काम कर रही है.
भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर काफी बवाल मचा है. आपका विज्ञापन काम नहीं आ रहा है.
कांग्रेस वाले झूठ फैला रहे हैं. जनता हमारे पक्ष में है. यह बिल किसानों के हित में है. उदहारण के तौर पर हजारीबाग में जो रेलवे लाईन बन रही है उसके बरकाकाना तक बढ़ाने के लिए भूमि अधिग्रहण जरूरी है. जनता हमसे कहती है सड़क चाहिए रेलवे लाईन चाहिए. कांग्रेस पार्टी उद्योगपतियों का नाम लेकर भरम फैला रही है.
किसान इस बिल से संतुष्ट है?
हम विपक्षी प्रोपेगैंडा का विरोध करेंगे. हम वास्तविक्ता को जनता के सामने रखेंगे. जनता सब समझ रही है. लोकतंत्र की यही खासियत है विपक्ष विरोध करेगा ही. हमारा काम है अपना पक्ष रखना. प्रधानमंत्री भी मन की बात के जरिए किसानों को समझा रहे हैं.
ब्लैक मनी पर आपकी सरकार ने जोर-शोर से वादे किए थे उनका क्या हुआ?
काला धन मुद्दे पर काफी जबरदस्त तरीके से काम हो रहा है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. देश और विदेश दोनो जगह हमलोग दबाव बना रहे हैं. इसका फायदा भी नजर आ रहा है. अब तक किसी भी सरकार ने इतनी मजबूती से इस विषय पर काम नहीं किया था.
बिहार चुनाव पर बीजेपी की कैसी तैयारियां हैं?
केंद्र और बिहार के नेता मिलजुल कर चुनाव लड़ेंगे. हमलोग जब मिलकर चुनाव लड़ते है तो कामयाब होते है. विकास की राजनीती पर जब हम चुनाव लड़ेंगे तो हम जरूर जीतेंगे. लीडरशिप पर किसी किस्म के विवाद जैसी बात नहीं है. सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे, जीतने पर मिलजुल कर नेता भी चुन लेंगे.
कांग्रेस के कार्यकाल से एनडीए के पिछले एक वर्ष को किस तरह से अलग मानते हैं?
कांग्रेस विनाश की राजनीती करती है जबकि हम विकास की बाते करते है. एक साल में हमारी कई उपलब्धियां है जो हमारे एक साल के रिपोर्ट कार्ड में बताई गई है.63 ऐसी बातें है जो सिर्फ विकास से जुडी हुई है.