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देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार हुए जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार से हुई पुलिस पूछताछ की जानकारी सामने आई है. 'आज तक' को मिली एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैया ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया है कि उसने आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की थी, लेकिन देश विरोधी नारे लगाने की बात से इनकार किया है.
दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार को 12 फरवरी को देशद्रोह और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल पुलिस कस्टडी में है और दिल्ली पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में उसने 9 फरवरी को जेएनयू कैंपस में आतंकी अफजल गुरु के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने के आरोपों को खारिज किया. कन्हैया ने पुलिस को डीएसयू के उन सदस्यों के नाम भी बताए हैं जो कार्यक्रम के आयोजक थे.
कन्हैया ने दिल्ली पुलिस को बताई ये बातें
1. JNUSU अध्यक्ष होने के नाते मुझे 8 फरवरी को जानकारी मिली कि 9 को डीएसयू एक कल्चरल इवेंट आयोजित कर रहा है.
2. कार्यक्रम से एक दिन पहले मुझे कुछ नहीं पता था कि उनका एजेंडा क्या है.
3. 8 फरवरी को मेरी तबीयत खराब था और 9 फरवरी को भी ज्यादातर वक्त मैं सोया रहा.
4. 9 फरवरी की शाम को मैं तब उठा जब AISF के सदस्य मेरे पास आए और बताया कि जेएनयू प्रशासन ने कल्चरल इवेंट के लिए दी गई अनुमति रद्द कर दी है.
5. मेरे साथियों ने बताया कि इवेंट वाली जगह पर डीएसयू और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हो गई है.
6. शाम को करीब साढ़े पांच बजे मैं साबरमती ढाबा पहुंचा, जहां डीएसयू का कार्यक्रम होना था.
7. जब मैं वहां पहुंचा, उसके पहले से ही नारेबाजी जारी थी और माहौल बिगड़ा हुआ था.
8. JNUSU अध्यक्ष होने के नाते मैंने माइक लिया और सभी से शांत होने की अपील की.
9. मैंने अपने भाषण में आरएसएस, मोदी सरकार और उसकी नीतियों का विरोध जताया.
10. मैंने किसी भी तरह का देश विरोधी नारा नहीं लगाया. न ही ऐसी कोई बात कही.
11. देश विरोधी नारे लगाने वाले ज्यादातर लोग जेएनयू छात्र नहीं थे और बाहर से आए थे.
12. जिस वीडियो में मुझे लोगों से आईकार्ड दिखाने को कहते हुए दिखाया जा रहा है वह 9 फरवरी का नहीं है. वह पुराना वीडियो है.