
जम्मू-कश्मीर में आर्मी के नगरोटा स्थित यूनिट पर मंगलवार को हुए आतंकी हमले में सुरक्षा चूक को लेकर जांच कराई जा सकती है. सूत्रों के अनुसार इस हमले को लेकर खुफिया अलर्ट भी था. मंगलवार सुबह जम्मू में नगरोटा स्थित सेना की यूनिट कैंप में आतंकी घुसने में कामयाब हो गए थे. इस हमले में मेजर समेत 7 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को भी मार गिराया.
पीएम को दी ऑपरेशन की जानकारी
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह और उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा से बात की. रक्षा मंत्री ने शहीद जवानों के प्रति संवेदना प्रकट की है. रक्षा मंत्री ने पीएम मोदी को पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी.
रक्षा मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
रक्षा मंत्रालय ने नगरोटा आतंकी हमले में सेना से रिपोर्ट मांगी है. पहले से खुफिया सूचना होने पर अगर सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो उसकी जांच की जायेगी.
अलर्ट के बाद कैसे हुई चूक
आजतक को मिली एक्सकलूसिव जानकारी के मुताबिक हाल में सेना के कैम्प पर आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के लिए नई एसओपी भी जारी की गयी थी. इसके साथ ही 24 नवम्बर को इस बात की खुफिया सूचना थी कि 29 और 30 नवम्बर के बीच जम्मू कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला कर सकते हैं. ऐसे में जहां बीएएएफ ने चमलियाल में घुसपैठ कर रहे 3 आतंकियों को मारकर घुसपैठ को नाकाम कर दिया वहीं सेना के कैम्प में आतंकी घुसने में कामयाब रहे हैं. ऐसे में सेना इस बात की भी जांच करेगी कि क्या सुरक्षा में कई चूक हुई है.
ग्रेनेड फेंकते हुए घुसे आतंकी
मंगलवार सुबह पांच बजे 3 आतंकी सुबह अंधेरे का फायदा उठाकर नगरोटा में सेना के एक कैम्प में घुसे. आतंकियों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी. गेट पर संतरी पर ग्रेनेड फेंकने के बाद ये आतंकी ऑफिसर मेस की तरफ गए. जहां पर शुरुआती हमले में एक मेजर समेत तीन जवान शहीद हो गये. जबकि आतंकियों ने सेना के 12 लोगों को बंधक बनाने की कोशिश की. आखिरकार सेना ने उन्हें मुक्त करा लिया और इस पूरे ऑपरेशन में सेना के 2 ऑफिसर समेत 7 जवान शहीद हो गए.