
एक राजनेता कैसे अपने बयान से पहले खलनायक बना और फिर कैसे एक अपराधी की तरह पुलिस के हत्थे चढ़ा, इसकी जीती जागती मिसाल बीजेपी से निष्कासित उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह हैं, जिन्हें पुलिस ने एक अपराधी की तरह पकड़ा है.
यूपी एसटीएफ ने दयाशंकर को किया गिरफ्तार
दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी के बाद ये खुलासा हुआ कि दयाशंकर पिछले 10 दिनों में न सिर्फ ठिकाने और शहर बल्कि राज्य भी बदलता रहे थे. पिछले 10 दिनों में वो 4 राज्य और करीब 12 शहरों में रहे. लेकिन जब वो बिहार के बक्सर जिले में अपने जीजा के घर आखिरी 3 दिन रुका तो यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए.
दयाशंकर के सभी ठिकानों पर थी पुलिस की नजर
दरअसल यूपी एसटीएफ ने बक्सर में तीन दिनों से अपना डेरा जमा रखा था. यूपी से झारखंड फिर मध्य प्रदेश और आखिरी में जब उन्होंने बिहार में अपना ठिकाना बनाया तो पुलिस ने उन्हें धर दबोचा. यूपी पुलिस ने शुरुआत में भले कई दिनों तक उहापोह की वजह से दयाशंकर को पकड़ने अपनी मुस्तैदी नहीं दिखाई हो. लेकिन फिर पुलिस ने दयाशंकर से सभी ठिकानों को अपने राडार पर ले लिया.
बिहार से हुई गिरफ्तारी
यूपी एसटीएफ को ये मालूम था कि दयाशंकर अपने बहनोई के चीनी मिल में छुपे हुए हैं, लेकिन वो लगातार ठिकाने बदल रहे थे. गुरुवार से एसटीएफ की तीन टीमें बक्सर में डेरा जमाए थी, शुक्रवार को दयाशंकर बुलेट पर बैठकर एक फोटो स्टूडियो पहुंचे और जैसे ही वो स्टूडियो से बाहर निकले तो एसटीएफ ने उन्हें दबोच लिया.