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फेसबुक डेटा पर होगा यूजर का कंट्रोल, प्राइवेसी सेटिंग्स में बड़े बदलाव

फेसबुक ने मोबाइल के सेटिंग्स मेन्यू को ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से बदल दिया है ताकि लोगों को सभी सेटिंग्स ढूंढने में आसानी हो. इससे पहले 20 स्क्रीन्स पर अलग अलग सेटिंग्स मिलते थे, लेकिन अब सभी को एक जगह लाया गया है.

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Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 28 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 6:33 PM IST

फेसबुक/कैंब्रिज ऐनलिटिका डेटा लीक का मामला काफी बड़ा हो चुका है और अब फेसबुक की प्राइवेसी और सिक्योरिटी से जुड़ी कई खामियां सामने आनी शुरू हो गई हैं. रिपोर्ट आने के कुछ ही दिनों में मार्क जकरबर्ग ने फेसबुक में बड़े बदलाव करने की बात की है जो अब कर दिया गया है.

फेसबुक ने मोबाइल ऐप और प्राइवेसी सेटिंग्स में बड़े बदलाव किए हैं. कंपनी के मुताबिक यूजर्स को प्राइवेसी सेटिंग्स और दूसरी जरूरी जानकारियां ढूंढ़ने में दिक्कत हो रही है इसलिए हमें लोगों को जानकारी देनी होगी. कंपनी ने कहा है, ‘पिछले हफ्ते मार्क जकरबर्ग के स्टेटमेंट के बाद अब हम आने वाले हफ्ते में लोगों के हाथ में ज्यादा प्राइवेसी कंट्रोल देने की तैयारी कर रहे हैं.’

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कंपनी ने नए अपडेट जारी किए हैं और दावा किया गया है कि इनमें से ज्यादातर पर पहले से ही काम किया जा रहा है. लेकिन फेसबुक ने यह माना है कि हाल में हुए डेटा ब्रीच मामले के बाद अब यह ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है.

डेटा सेटिंग्स और टूल आसानी से ढूंढ सकेंगे

फेसबुक ने मोबाइल के सेटिंग्स मेन्यू को ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से बदल दिया है ताकि लोगों को सभी सेटिंग्स ढूंढने में आसानी हो. इससे पहले 20 स्क्रीन्स पर अलग अलग सेटिंग्स मिलते थे, लेकिन अब सभी को एक जगह लाया गया है. इतना ही नहीं फेसबुक ने कहा है कि पुराने सेटिंग्स को हटा दिया गया है ताकि यह साफ हो सके कि कौन से ऐप के साथ क्या जानकारी शेयर हो रही है और कौन सी सेटिंग्स शेयर नहीं हो रही है.

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नया प्राइवेसी शॉर्टकट मेन्यू

प्राइवेसी शॉर्टकअट एक मेन्यू है जहां से आप सिर्फ कुछ स्टेप्स में ही डेटा कंट्रोल कर सकेंगे. इसमें साफ तौर पर बताया गया है कि कंट्रोल काम कैसे करता है. नई सेटिंग्स पहले से साफ, आसान और ढूंढने में आसान है.

अकाउंट को ज्यादा सिक्योर बनाएं – फेसबुक ने कहा है कि अकाउंट में सिक्योरिटी के एक्स्ट्रा लेयर ऐड कर सकते हैं जिसमें टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन शामिल है.

पर्सनल जानकारियों पर कंट्रोल – फेसबुक के मुताबिक आपने जो डेटा शेयर किया है उसे डिलीट कर सकते हैं. इनमें आपकी पोस्ट से लेकर दूसरी सभी जानकारियां शामिल हैं.

आप क्या विज्ञापन देखेंगे उसे भी करें कंट्रोल – फेसबुक पर आप उन जानकारियों को मैनेज कर सकते हैं जिनके आधार पर आपको ऐड दिखाए जाते हैं. ऐड प्रेफ्रेंस ऑप्श नें जाकर आप समझ सकते हैं कि विज्ञापन काम कैसे करते हैं और आपके पास क्या ऑप्शन हैं.

आपकी पोस्ट और इनफॉर्मेशन कौन देख सकता है उसे मैनेज करें – फेसबुक ने कहा है कि आप जो शेयर करते हैं वो आपकी चीज है इसलिए आप खुद इसे मैनेज कर सकते हैं कि कौन उसे देखेगा और कौन नहीं.

डाउनलोड और डिलीट फेसबुक डेटा – फेसबुक के मुताबिक कंपनी की पॉलिसी के तहत यूजर्स का डेटा कलेक्ट करके उसका इस्तेमाल किया जाता है. कंपनी ने कहा है कि यह ज्यादा फायदा का तब है जब लोग इस जानकारी को देख और मैनेज कर सकें. कुछ यूजर्स अपने पुराने पोस्ट को डिलीट करना चाहते हैं, लेकिन कुछ सिर्फ यह जानना चाहते हैं कि कौन सी जानकारियां फेसबुक स्टोर कर रहा है.

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फेसबुक ने कहा है कि वो यूजर्स की जानकारियां ऐक्सेस करने का सुरक्षित तरीका निकाला है. इसमें उनके पोस्ट, रिएक्शन, कॉमेन्ट्स, सर्च और कॉन्टैक्ट्स डीटेल्स होते हैं. इसे आप ऐक्सेस करके डिलीट कर सकते हैं अगर आप चाहते हैं कि ये फेसबुक पर न रहें.  फेसबुक ने अब डेटा डाउनलोड को भी आसान बना दिया है. कंपनी ने कहा है, ‘यह डेटा आपका है जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं

अब आगे क्या?

फेसबुक ने कहा है कि यह कंपनी की जिम्मेदारी है कि वो लोगों को ये बताए कि उनका डेटा कैसे कलेक्ट किया जाता है और उसका इस्तेमाल कैसे होता है. आने वाले हफ्तों में कंपनी फेसबुक के टर्म्स ऑफ सर्विस में बदलाव करेगी. कंपनी डेटा पॉलिसी में भी बदलाव करेगी ताकि लोगों को बताया जा सके की कैसे डेटा यूज होता है. कंपनी का दावा है कि ये सभी अपडेट्स पार्दर्शिता लाने के लिए किए जा रहे हैं.

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