Advertisement

डिलीट करने के बाद भी FB के पास होती है आपकी कॉल लॉग और मैसेज

कैंब्रिज एनालिटिका मामले के बाद फेसुक के स्टॉक गिरे, जकरबर्ग को नुकसान हुआ और लोग फेसबुक डिलीट भी कर रहे हैं. लेकिन क्या फेसबुक डिलीट या डिऐक्टिवेट करने से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है? शायद नहीं.

Representational Image Representational Image
Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 26 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 1:12 PM IST

फेसबुक डेटा लीक के मामले में लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. कैंब्रिज एनालिटिका डेटा लीक के बाद से सोशल मीडिया पर प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. डिलीट फेसबुक कैंपेन ट्रेंड कर रहा है और व्हाट्सऐप के को फाउंडर ने भी लोगों को फेसबुक डिलीट करने की नसीहत दी. इतना ही नहीं टेस्ला और स्पेस एक्स के फाउंडर एलॉन मस्क ने भी एक यूजर के चैलेंज पर फेसबुक से अपनी दोनों कंपनियों सहित अपने पेज डिलीट कर लिया है.

Advertisement

कैंब्रिज एनालिटिका मामले के बाद फेसुक के स्टॉक गिरे, जकरबर्ग को नुकसान हुआ और लोग फेसबुक डिलीट भी कर रहे हैं. लेकिन क्या फेसबुक डिलीट या डिऐक्टिवेट करने से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है? शायद नहीं.

यूजर्स फेसबुक डिलीट कर रहे हैं, लेकिन आपको शायद ये जानकर हैरानी होगी की फेसबुक प्रोफाइल डिलीट करने के बाद भी उनका डेटा कंपनी के पास ही रहता है. इस जेटा में कॉल लॉग से लेकर एसएमएस मैसेज भी शामिल हैं. अब आप समझ रहे होंगे कि क्यों फेसबुक डिलीट के बदले डिऐक्टिवेट का ऑप्शन क्यों देता है. जाहिर है डिऐक्टिवेट करने से आपका डेटा फेसबुक के सर्वर पर ही स्टोर रहता है और 3 महीने में जह जाहें इसे वापस पा सकते हैं यानी अकाउंट फिर से ऐक्टिवेट कर सकते हैं.

अभी तक शायद आपको ये पता होगा कि फेसबुक के पास आपकी वो जानकारी होती है जो फेसबुक पर आप दर्ज करते हैं या फेसबुक पर यूज करते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है फेसबुक के पास आपके फोन के टेस्क्स्ट मैसेज से लेकर कॉल लॉग तक स्टोर होता है जो आप अपने मोबाइल से करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक के मेटा डेटा में यह कॉल की टाइमिंग से लेकर कब तक बात की गई है ये भी होता है.  

Advertisement

द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक कई यूजर्स ने यह भी पाया है कि फेसबुक के मेटा डेटा में मोबाइल की काफी संवेदनशील जानकारियां होती हैं जो आप किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहेंगे. ये सभी डेटा आपके फेसबुक डिऐक्टिवेट करने के बाद भी फेसबुक के सर्वर पर स्टोर रहते हैं और अगर आप चाहें तो इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं.

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कॉन्टैक्ट्स रखने के बारे में कहा कि ऐप और सर्विस का सबसे महत्वपूर्ण काम यूजर्स के लिए लोगों को ढूंढना आसान बनाना है. मैसेजिंग और सोशल ऐप में फोन के जरिए लॉग इन करने से लिस्ट भी अपलोड हो जाती है. उन्होंने कहा है, ‘ये ऑप्शनल है और बिना यूजर की मर्जी से नहीं किया जाता है अगर यूजर इसकी इजाजत नहीं देता है तो हम लिस्ट अपलोड नहीं करते हैं’

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement