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क्यों एक दिन में मार्क जकरबर्ग ने गंवाए 394 अरब रुपये?

सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक का शेयर 7 फीसदी तक लुढ़क गया. इसकी वजह वो रिपोर्ट है जिसमें कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेन कंस्लटेंट फर्म कैंब्रिज ऐनालिटिका ने अमेरिकी प्रेसिडेंट इलेक्शन को प्रभावित करने के लिए फेसबुक के 50 मिलियन यूजर्स के डेटा के साथ छेड़छाड़ की है.

फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग
Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 20 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 7:45 PM IST

फेसबुक को-फाउंडर और सीईओ मार्क जगरबर्ग ने लगभग एक दिन में 6.06 बिलियन डॉलर गंवा दिया है. सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक 2016 अमेरिकी प्रेसिडेंट इलेक्शन के समय विवादों में रहा है. इसकी वजह फेसबुक डेटा चोरी है.

खबर आई है कि पॉलीटिकल डेटा ऐनालिटिक्स फर्म कैंब्रिज ऐनालिटिका ने 2016 अमेरिकी प्रेसिडेंट इलेक्शन के वक्त 50 मिलियन यूजर्स का डेटा हैक करके उससे छेड़छाड़ की थी. अब डेटा ब्रीच का असर फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग के नेट वर्थ पर भी दिख रहा है.

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सोमवार को सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक का शेयर 7 फीसदी तक लुढ़क गया. इसकी वजह वो रिपोर्ट है जिसमें कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेन कंस्लटेंट फर्म कैंब्रिज ऐनालिटिका ने अमेरिकी प्रेसिडेंट इलेक्शन को प्रभावित करने के लिए फेसबुक के 50 मिलियन यूजर्स के डेटा के साथ छेड़छाड़ की है.

गौरतलब है कि 2014 के बाद से फेसबुक के लिए एक दिन में यह सबसे बड़ा नुकसान है. मार्क जकरबर्ग फेसबुक में 40 करोड़ फेसबुक शेयर के साथ हैं जिसकी वैल्यू 68.5 बिलियन डॉलर है. मार्क जकरबर्ग की बात करें तो उन्होंने इस वजह से लगभग 6.06 बिलियन डॉलर गंवाए हैं.

एक दिन में गंवाए गए 6.06 बिलियन डॉलर के बावजूद भी फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ब्लूमबर्ग की अरबति की लिस्ट में जेफ बेजोस, बिल गेट्स, वारेन बफेट के बाद जकरबर्ग ही हैं.

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द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को अमेरिकी सेनेटर रॉन विडेन ने मार्क जकरबर्ग को एक लिस्ट दी है जिसमें फेसबुक डेटा ब्रीच से जुड़े कई सवाल हैं जिनके जवाब 13 अप्रैल तक मांगे गए हैं.

इस मामले पर सोमवार को सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने कहा है कि वो डिजिटल फॉरेंसिक कंपनी के साथ कैंब्रिज ऐनालिटिका का ऑडिट करके ये पता लगाएगी कि क्या उस कंपनी के पास अभी भी फेसबुक डेटा की कॉपी है या नहीं.

फेसबुक ने बयान में कहा है, ‘अगर ये डेटा अभी भी है तो ये फेसबुक की पॉलिसी का उल्लंघन होगा और यह हम किसी तरह से बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह ग्रुप के बीच किए गए भरोसे को तोड़ने जैसा है’

फेसबुक ने इस मामले की जांच के लिए डिजिटल फॉरेंसिक फर्म स्ट्रोज फ्रीडबर्ग को रखा है जो कैंब्रिज ऐनालिटिका का ऑडिट करेगी. इसके लिए कैंब्रिज ऐनालिटिका ने हामी भरी की है वो इस जांच में पूरी तरह सहयोग करेगी और वो डेटा की जांच के लिए अपने सर्वर का ऐक्सेस देगी.

इस मामले पर फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग का कोई बयान नहीं आया है.

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