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फेसबुक डाटा लीक पर कांग्रेस और बीजेपी में घमासान लगातार जारी है. रविशंकर प्रसाद के हमले पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हिटलर का एक सहयोगी गोएबेल्स था. ठीक उसी तरह मोदी जी के मंत्री रविशंकर प्रसाद सरकार के गोएबल्स हैं. बीजेपी सरकार फेक न्यूज बनाने वाली फैक्ट्री जैसी हो गई है. सुरजेवाला ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सबसे बड़े डाटा चोर सबसे ज्यादा शोर मचा रहे हैं.
कौन था गोएबेल्स
सुरजेवाला ने जिस जोसेफ गोएबेल्स से रविशंकर प्रसाद की तुलना की, वो हिटलर का सहयोगी था. हिटलर की सरकार में गोएबेल्स मंत्री था. गोएबेल्स हिटलर के बेहद भरोसेमंद लोगों में शामिल था.
पांच महीने तक चुप क्यों थी कांग्रेस: रविशंकर
इससे पहले रविशंकर प्रसाद ने सवाल किया कि अगर कैंब्रिज एनालिटिका के साथ कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के संबंध नहीं हैं तो फिर वह पांच महीने तक चुप क्यों रहे? प्रसाद ने ‘आज तक’ से कहा, ‘कैंब्रिज एनालिटिका के कांग्रेस से जुड़े होने के बारे में पांच महीने पहले तमाम मीडिया रिपोर्ट्स आई थीं. तब इसे बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस का ब्रह्मास्त्र तक बताया गया था लेकिन अब डेटा चोरी की बात सामने आई तो कांग्रेस खुद को कैंब्रिज एनालिटिका से अलग करने की कोशिश कर रही है.’
राहुल ने भी किया था वार
बता दें कि गुरुवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट में ये आरोप लगाया कि इराक में 39 भारतीयों की मौत के बारे में झूठ बोलते पकड़े जाने पर सरकार ने इस मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए डेटा चोरी का मामला जानबूझकर उछाला है. इसी पर आज बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया था.
बीजेपी ने नहीं ली संदिग्ध कंपनियों की सेवाएं
हालांकि जब प्रसाद से यह पूछा गया कि कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी की पेरेंट कंपनी स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशंस लेबोरेट्रीज (SCL) की भारत में पार्टनर ओवलेनो बिजनेस इंटेलीजेंस (OBI) की सेवाएं बीजेपी, जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस तीनों पार्टियों ने लीं तो उनका जवाब था कि बीजेपी ने इस कंपनी की सेवाएं कभी नहीं ली. प्रसाद ने ये भी कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी की स्थापना 2013 में हुई. प्रसाद ने यह भी कहा कि सवाल सिर्फ इस बात का नहीं है कि किस पार्टी ने किस संस्था की मदद ली. असल मुद्दा यह है कि क्या चुनाव प्रचार के लिए उन हथकंडों का इस्तेमाल किया गया, जिस का आरोप कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी पर लगा है.
बेटे की कंपनी पर केसी त्यागी की सफाई
इधर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी अपने बेटे पर डाटा लीक में शामिल होने के आरोपों को लेकर सफाई दी है कि तमाम आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने रविशंकर प्रसाद से पूरे मामले की जांच की मांग भी की है. केसी त्यागी ने कहा कि बेटे अमरीश की कंपनी और डाटा चोरी की आरोपी कंपनी कैंब्रिज एनालिटिक्स में सिर्फ काम को लेकर संबंध था. दोनों में किसी भी प्रकार का ना तो वित्तीय लेन-देन हुआ था, और ना ही कोई हिस्सेदारी थी. त्यागी ने कहा कि वे जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी पार्टी जेडीयू का इससे कोई संबंध नहीं है. उन्होंने यहां तक कहा कि 2010 के चुनाव में भी किसी तरह की मदद नहीं ली गई थी.