
भारत में 'फ्री बेसिक्स' लागू कराने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक जी जान से लगी है. इसके लिए पिछले कई महीनों से लगातार लॉबिंग की जा रही है. खबरों के मुताबिक भारत में फ्री बेसिक्स शुरू कराने के लिए कंपनी ने 300 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए हैं.
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि फेसबुक ने प्रिंट एड में 180 से 200 करोड़ रुपये तक खर्च किए हैं. गौरतलब है कि फेसबुक ने हाल ही में देश के लगभग सभी बड़े अखबारों में फुल पेज का ऐड दिया था जिसमें लोगों से फेसबुक के इस प्रोग्राम को सपोर्ट करने के लिए कहा गया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों की शिकायतों के बाद एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया ने फेसबुक पर लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाया है. फेसबुक की इस सर्विस को देश में काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह लोगों के लिए नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ है.
आईआईटी और आईआईएस के प्रोफेसर्स ने इसके खिलाफ छेड़ी है मुहिम
हाल ही में आईआईटी और आईआईएस के 75 प्रोफेसर्स ने इसके खिलाफ मुहिम छेड़ी है जिसमें इसे मूल सिद्धांत के खिलाफ बताया गया है. उन्होंने फेसबुक पर यह भी आरोप लगाया है कि इसके जरिए वह यूजर्स के कंटेंट की जानकारी रखेगा. यही नहीं, इसके लागू होने से लोगों की प्राइवेसी पर भी खतरा रहेगा.
'इंटरनेट डॉट ओआरजी' से बदलकर इसे 'फ्री बेसिक्स बाइ फेसबुक' किया गया
फेसबुक ने शुरुआत में रिलाइंस के साथ मिलकर भारत में Internet.org शुरू किया था. फेसबुक का दावा था कि रिलाइंस के साथ मिलकर वह कुछ एप फ्री देगा. इसके बाद एयरटेल सहित कई और कंपनियों के साथ फेसबुक ने इसके लिए करार किया.
साल के मध्य में भारत में लोगों ने इसे नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ मान कर इसे खत्म करने के लिए जमकर हंगामा किया. मौके की नजाकत और बढ़ते दबाव को देखते हुए एयरटेल ने फेसबुक से इंटरनेट डॉट ओआरजी के लिए करार खत्म कर लिया. अब फेसबुक ने इस Internet.org का नाम बदलकर फ्री बेसिक्स बाइ फेसबुक कर लिया है ताकि लोगों को लगे कि फेसबुक उन्हें फ्री इंटरनेट दे रहा है.
मिस्र ने हाल में बैन किया है फ्री बेसिक्स
फेसबुक ने मिस्र में वहीं की एक टेलीकॉम कंपनी, एतिसलात, के साथ मिलकर इंटरनेट डॉट ओआरजी के शुरुआत की थी.
इस बैन के बाद फेसबुक ने कहा कि उसे उम्मीद है कि मिस्र में इसपर से जल्दी ही बैन हटा लिया जाएगा और यहां के 9 मिलियन लोग दोाबरा फ्री बेसिक इंटरनेट यूज कर पाएंगे.
हालांकि मिस्र के अधिकारियों ने अभी तक इस बैन के पीछे की वजह नहीं बताया है, पर भारत की तरह ही वहां भी इंटरनेट अधिकारों से जुड़े कई संगठन इसका विरोध कर रहे थे. टेलीकॉम कंपनी एतिसलात ने भी इस मामले पर अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है.