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क्या फेसबुक के सीईओ पद से जकरबर्ग को हटा पाएंगे शेयरहोल्डर

फेसबुक के शेयरहोल्डर्स नहीं चाहते की कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग एक साथ दो पदों पर रहें. इसलिए उन्होंने जकरबर्ग को सीईओ के पद से हटाने का प्रस्ताव लाया है.

फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग (रॉयटर्स) फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग (रॉयटर्स)
Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 08 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 5:34 PM IST

दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से हटाने की कवायद चल रही है. फेसबुक के शेयरहोल्डर्स ने सीईओ के पद से मार्क जकरबर्ग को हटाने के लिए एक प्रस्ताव लाया है.

मार्क जकरबर्ग को हटाने के लिए लाए गए इस प्रस्ताव में वो शेयरहोल्डर्स शामिल हैं जो एक ऑनलाइन कंज्यूमर वॉचडॉग SumOfUs के भी सदस्य हैं. इनका मानना है कि एक शख्स को सीईओ और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर का सदस्य होना ऑर्गनाइजेशन के लिए ठीक नहीं है और इससे शेयरहोल्डर्स को परेशानी हो सकती है.

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गौरतलब है कि SumOfUs कंज्यूमर वॉचडॉग है जो कई तरह के ग्लोबल मुद्दों जैसे क्लाइमेट चेंज, वर्करों के हित, ह्यूमन राइट्स, भेदभाव, घोटाले और कॉर्पोरेट पावर से हो रही दिक्कतों के खिलाफ काम करती है.

इन शेयरहोल्डर्स की ये है दलील
वेंचरबीट की एक रिपोर्ट के मुताबिक SumOfUs की कैपिटल मार्केट ऐडवाइजर लीजा लिंड्सली ने कहा है कि फेसबुक को अपने कॉर्पोरेट सिटिजनशिप में सुधार करने के लिए लगभग 3 लाख 33 हजार लोगों ने पिटिशन साइन किया है. हालांकि इनमें से 1,500 लोग फेसबुक के ही शेयरहोल्डर्स हैं.

इन शेयरहोल्डर्स की दलील यह भी है कि किसी भी ऑर्गनाइजेशन मंग एक शख्स के पास चेयरपर्सन, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर और सीईओ का पोस्ट होना दूसरे शेयरहोर्डर्स के लिए ठीक नहीं है. उनके मुताबिक इसे कंपनी के लोकतंत्र में भी दिक्कतें आती हैं.

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इस प्रस्ताव में उन शेयरहोल्डर्स ने इंटेल के को फाउंडर और सीईओ एंड्रू ग्रोव का एक स्टेटमेंट लिखा है. इसके मुताबिक कंपनी का सीईओ वहां का बॉस कैसे हो सकता है. क्योंकि अगर वो कर्मचारी है तो उसे बॉस की जरूरत होगी जो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में मौजूद है और कायदे से चेयरमैन बोर्ड चलाता है. ऐसी स्थिति में कोई सीईओ खुद का बॉस कैसे हो सकता है.

फेसबुक के अलावा टेस्ला, वॉल्ड डिज्नी, नेटफ्लिक्स, अमेजॉन, सेल्फफोर्स और बैंक ऑफ अमेरिका जैसी कंपनियों के सीईओ और चेयरपर्सन एक ही शख्स हैं.

इस प्रस्ताव का मार्क जकरबर्ग पर नहीं पड़ेगा असर
हालांकि इन शेयरहोल्डर्स से मार्क जकरबर्ग को ज्यादा फर्क इसलिए नहीं पड़ेगा क्योंकि उनके पास कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर्स हैं. ऐसे में वो दूसरे बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और निवेशकों के साथ मिलकर इस आवेदन को खारिज कर सकते हैं. 2012 से मार्क जकरबर्ग फेसबुक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल हैं और तब से कंपनी लगातार कमाई कर रही है.  फिलहाल फेसबुक के 1.86 बिलियन यूजर्स हैं. इसके अलावा फेसबुक न सिर्फ सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म बल्कि वर्चुअल रियलिटी की दुनिया में भी खुद को स्थापित कर रही है. ऐसी स्थिति में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और निवेशक मार्क जकरबर्ग को हटाने के पक्ष वोट तो नहीं ही कर सकते हैं.

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