
देश के सबसे बड़े क्रांतिकारी और अपने जज्बे से नई पीढि़यों को जज्बा देने वाले भगत सिंह का जन्म 1907 में 28 सितंबर को हुआ था.
1. लाहौर में स्कूली शिक्षा के दौरान ही उन्होंने यूरोप के विभिन्न देशों में हुई क्रांतियों का अध्ययन किया. 13 अप्रैल, 1919 को हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड ने उन पर गहरा असर डाला और गुलामी की जंजीरों में जकड़े भारत की आजादी के सपने देखने लगे.
2. महात्मा गांधी ने जब 1922 में चौरीचौरा कांड के बाद असहयोग आंदोलन को खत्म करने की घोषणा की तो भगत सिंह का अहिंसावादी विचारधारा से मोहभंग हो गया.
3. उन्होंने 1926 में देश की आजादी के लिए नौजवान भारत सभा की स्थापना की.
4. परिजनों ने जब उनकी शादी करनी चाही तो वह घर छोड़कर कानपुर भाग गए. अपने पीछे जो खत छोड़ गए उसमें उन्होंने लिखा कि उन्होंने अपना जीवन देश को आजाद कराने के महान काम के लिए समर्पित कर दिया है.
5. लाहौर षड़यंत्र केस में उनको राजगुरू और सुखदेव के साथ फांसी की सजा हुई और 24 मई 1931 को फांसी देने की तारीख नियत हुई. लेकिन नियत तारीख से 11 घंटे पहले ही 23 मार्च 1931 को उनको शाम साढ़े सात बजे फांसी दे दी गई.