सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता अलका लांबा की एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है. तस्वीर में अलका लांबा के सिर पर पट्टी बंधी हुई देखी जा सकती है. दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी को आरएसएस की नाजायज औलाद बोलने के बाद अलका के साथ मारपीट हुई है.
दरअसल, कुछ दिनों पहले अलका लांबा ने एक ट्वीट में बीजेपी नेताओं को संघ की 'नाजायज पैदाइश' कहा था जिसके बाद उनकी आलोचना होनी शुरू हो गई थी. इसी के बाद से उनकी ये तस्वीर वायरल होना शुरू हो गई है.
क्या है सच?
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. ये तस्वीर लगभग पांच पुरानी है.
फेसबुक पर इस तस्वीर को गलत दावे के साथ हजारों लोग शेयर कर चुके हैं. वायरल तस्वीर के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा है, "दोस्तो ये कांग्रेस की हारी हुई विधायक अलका लांबा,, ये कल मोदी जी को RSS वालो की नायजयज औलाद बोला था,, आज ये हाल हुआ है सुना है 16 साल की जनहबी नाम की लड़की ने कूटा".
वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे की पड़ताल?
तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें इंटरनेट पर ऐसी कई खबरें मिलीं, जिनमें इस तस्वीर का इस्तेमाल अगस्त 2015 में किया गया था.
खबरों के मुताबिक, तस्वीर 9 अगस्त 2015 को ली गई थी जब दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास अलका लांबा पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था. अलका लोगों को नशा मुक्ति अभियान के बारे में समझा रही थीं. उसी दौरान अलका पर किसी ने पत्थर से हमला किया था और वो घायल हो गई थीं. अलका लांबा उस समय आम आदमी पार्टी की सदस्य थीं और चांदनी चौक से विधायक थीं.
हमें हाल फिलहाल की ऐसी कोई खबर भी नहीं मिली जिसमें अलका लांबा पर हुए किसी हमले का जिक्र हो. अगर ऐसा हुआ होता तो इसे मीडिया में जरूर कवर किया जाता.
यहां पर ये बात साफ होती है कि पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है और ये तस्वीर पुरानी है.