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फैक्ट चेक: फिल्म छपाक को लेकर लक्ष्मी के इस बड़े बयान की यह है सच्चाई

सोशल मीडिया पर अब एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि लक्ष्मी फिल्म में तेजाब फेंकने वाले का नाम बदलने को लेकर दीपिका और फिल्म निर्देशक मेघना गुलजार से नाराज हैं.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
लक्ष्मी ने दीपिका और मेघना पर लगाया तेजाब फेंकने वाले को हिंदू नाम देने का आरोप.
सच्चाई
लक्ष्मी ने ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया है.
अमनप्रीत कौर
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:02 AM IST

एसिड अटैक सरवाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म छपाक का पीछा विवादों से छूटने का नाम ही नहीं ले रहा है. सोशल मीडिया पर अब एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि लक्ष्मी फिल्म में तेजाब फेंकने वाले का नाम बदलने को लेकर दीपिका और फिल्म निर्देशक मेघना गुलजार से नाराज हैं. उनका आरोप है कि असली गुनहगार नईम खान की धार्मिक पहचान छुपाने के लिए फिल्म में हमलावर को हिंदू नाम "राजेश" दिया गया है.

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इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि लक्ष्मी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. वहीं फिल्म में एसिड फेंकने वाले व्यक्ति का नाम राजेश नहीं बशीर खान उर्फ बब्बू है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

फेसबुक पेज “Mission Modi ” ने लक्ष्मी की एक तस्वीर पोस्ट की, जिस पर उनके हवाले से लिखा गया है, 'मेरे ऊपर तेजाब फेंकने वाले का नाम नईम खान (मुसलमान) है. लेकिन छपाक फिल्म में उस एसिड हमलावर का नाम बदल कर राजेश (हिंदू) कर दिया है. लेकिन दीपिका पादुकोण और डायरेक्टर मेघना गुलजार ने यह बात मेरे से क्यों छिपाई?-लक्ष्मी अगरवाल'

खबर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 1900 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. दावे की पड़ताल करने के लिए हमने लक्ष्मी के आधिकारिक फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट देखा, लेकिन हमें ऐसा कोई बयान नहीं मिला. हमें इस संबंध में कोई मीडिया रिपोर्ट भी नहीं मिली. इस समय यह फिल्म और लक्ष्मी दोनों ही काफी चर्चा में हैं, ऐसे में यह मुमकिन नहीं है कि लक्ष्मी इतना बड़ा बयान दें और यह मीडिया में सुर्खियां न बटोरे. हमने लक्ष्मी से भी संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. उनका जवाब आने पर इस खबर को अपडेट कर दिया जाएगा.

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पिछले सप्ताह लक्ष्मी को मुंबई में फिल्म के गाने के लॉन्च में बुलाया गया था. वहां दीपिका पादुकोण, विक्रांत मैसी और मेघना गुलजार भी मौजूद थीं. मीडिया से बात करते हुए दीपिका ने लक्ष्मी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था, 'थैंक्यू कि आपने हमको मौका दिया ये कहानी दिखाने के लिए, बताने के लिए. ये बहुत ही अहम कहानी है. थैंक्यू कि आपने दिल से किया. कभी हम पर कोई सवाल नहीं उठाया बल्कि हम पर भरोसा जताया. आपने जो भी किया है बहुत दिल से किया है. मुझे उम्मीद है आपको इस फिल्म पर गर्व है और उम्मीद है कि हम आपकी कहानी के साथ न्याय कर पाए हों.'

 मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लक्ष्मी इस फिल्म के साथ शुरुआत से ही जुड़ी हुई हैं. उन्होंने कुछ समय पहले आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैं इस फिल्म के साथ शुरू से ही जुड़ी हुई थी. मुझे अपने जीवन के संघर्ष की कहानी फिल्म मेकर्स के साथ साझा करके खुशी हुई.'

कौन है लक्ष्मी अग्रवाल?

दिल्ली की रहने वाली लक्ष्मी अग्रवाल वर्ष 2005 में केवल 15 साल की थीं जब 32 साल के नईम खान ने शादी का प्रस्ताव ठुकराने से खफा होकर उन पर तेजाब फेंक दिया था. एसिड अटैक के कारण उनके चेहरे और शरीर के अन्य हिस्से खराब हो गए थे. इस हमले के बाद लक्ष्मी को कई बार सर्जरी करवानी पड़ी.

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फिल्म पर विवाद

फिल्म छपाक लक्ष्मी के जीवन पर आधारित है. इसका निर्देशन मेघना गुलजार और निर्माण दीपिका पादुकोण और मेघना ने मिलकर किया है. दीपिका ने फिल्म में लक्ष्मी का किरदार निभाया है. हाल ही में जेएनयू में हुई हिंसा के बाद जब दीपिका स्टूडेंट्स से मिलने पहुंची थीं तो लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी और फिल्म की आलोचना शुरू कर दी.

फिल्म विवादों में तब घिरी जब सोशल मीडिया पर लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया कि फिल्म में एसिड अटैकर के धर्म की पहचान छुपाने के लिए किरदार को हिंदू नाम 'राजेश' दिया गया है. हालांकि, बाद में यह दावा फर्जी साबित हुआ, क्योंकि फिल्म में तेजाब फेंकने वाले का नाम 'बशीर खान उर्फ बब्बू' है.

इंडिया टुडे सहित कई मीडिया संस्थानों ने फिल्म रिव्यू में भी किरदार का नाम बशीर खान बताया है. फिल्म में राजेश मालती (दीपिका पादुकोण के किरदार का नाम) के एक दोस्त का नाम है. लिहाजा यह साफ है कि लक्ष्मी ने फिल्म को लेकर दीपिका या मेघना पर कोई आरोप नहीं लगाया है.

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